लुधियाना की अदालत ने कहा, युवाओं की जिंदगी से खेल रहे नशा तस्कर नरमी के हकदार नहीं
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमरिंदर पाल सिंह की अदालत ने जगराओं के शिवम कुमार और आकाश कुमार को 10-10 वर्ष कैद की सजा सुनाई है। अक्टूबर 2019 में उनके पास से 2000 ग्राम ट्रामाडोल की गोलियां बरामद की गईं थी।
जासं, लुधियाना। नशा तस्कर युवाओं के जीवन से खेल रहे हैं, उनका करियर खराब कर रहे हैं। सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मादक पदार्थों के बढ़ते ग्राफ पर चिंता जताते हुए एक स्थानीय अदालत ने कहा कि रोजाना नशीली दवाओं की ओवरडोज के कारण युवा मर रहे हैं, ऐसे धंधे में लिप्त व्यक्ति किसी भी प्रकार की नरमी के पात्र नहीं हैं।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमरिंदर पाल सिंह की अदालत ने ये टिप्पणियां नशीली गोलियों की बिक्री में लिप्त पाए जाने वाले दो व्यक्तियों को 10-10 साल की सजा सुनाई सुनाते हुए की। उन्हें 2000 ग्राम ट्रामाडोल की गोलियों के साथ पकड़ा गया, जिसमें 810 ग्राम साल्ट था, जो व्यावसायिक मात्रा में आता है।
दोषियों में शामिल हैं: मेन बाजार असमनी गली, नलकेया वाला चौक के पास, जगराओं के शिवम कुमार, और आकाश कुमार निवासी रानी वाला खोह, अग्रवाल लढाई, जगराओं। कोर्ट ने दोनों को एक-एक लाख रुपये जुर्माना भरने का भी आदेश दिया।
फैसला सुनाते हुए अदालत ने माना कि अभियोजन पक्ष ने आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों को सफलतापूर्वक सिद्ध किया है। अदालत ने आरोपितों की नरमी बरतने की याचिका को भी खारिज कर दिया।
सरकारी वकील हरकमलप्रीत सिंह ने बताया कि 30 अक्टूबर, 2019 को सिटी जगराओं थाने में आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अभियोजन पक्ष ने आरोपी व्यक्तियों के अपराध को साबित करने के लिए छह गवाहों के बयान दर्ज करवाए।
अभियोजन के अनुसार उस दिन एएसआइ भगवान सिंह के साथ एएसआइ जनक राज और अन्य पुलिस अधिकारी मोगा-लुधियाना जीटी रोड, टी-पाइंट गुरुद्वारा नानकसर साहिब में मौजूद थे। उन्हें सूचना मिली थी कि आरोपित नशीले गोलियां बेचने के आदी थे और नशीले गोलियां बेचने के लिए नानकसर आ रहे थे।
इस पर पुलिस ने नाकाबंदी की। आरोपित मोटरसाइकिल से आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया। उक्त मोटरसाइकिल सवार ने मोटरसाइकिल को पीछे मोड़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस पार्टी ने उसे पकड़ लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से भारी मात्रा में ट्रामडोल की गोलियां बरामद की गईं। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और जांच के दौरान इस तरह के नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त पाया गया। जांच के बाद इनके खिलाफ चालान पेश किया गया।