Punjab Agriculture University के वीसी डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों को मिला पद्मश्री अवार्ड
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया।
जेएनएन, लुधियाना। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उन्हें विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए प्रदान किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्मश्री अवार्ड सेरेमनी में वीसी को यह अवार्ड दिया गया। इस अवार्ड सेरेमनी में कई दिग्गज हस्तियों को भी इस अवार्ड से नवाजा गया। वीसी डॉ. ढिल्लों विश्व के नामी मक्की ब्रीडरों में गिने जाते हैं। एक प्लांट ब्रीडर के तौर पर वह मक्की की करीब 16 से अधिक किस्में विकसित कर चुके हैं। इसमें से पारस प्रमुख है। इसके अलावा 400 से अधिक शोध पत्र और 13 पुस्तकें लिख चुके हैं।
दैनिक जागरण से वीसी डॉ. ढिल्लों ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पद्मश्री अवार्ड पाकर बेहद खुश हूं। इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह मुझे अविश्वसनीय लग रहा है। पिछले पंद्रह सालों में कई पुरस्कार मिले। पर यह ऐसा पुरस्कार हैं, जो मेरे लिए बेहद खास है। इस अवार्ड को पाकर खुश हूं। डॉ. ढिल्लों ने कहा कि अवार्ड सेरेमनी के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी, आगे भी और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। यह क्षण भी गौरवांवित करने वाला रहा। यह अवार्ड मुझे पीएयू के टीचिंग, नॉन टीचिंग, हर स्टाफ की मेहनत व परिवार के सहयोग की बदौलत मिला। सरकार ने भी सहयोग दिया। इस अवार्ड ने मेरी जिम्मेदारियां और बढ़ा दी हैं।
डॉ. बलदेव ढिल्लों को मिल चुके हैं कई प्रतिष्ठित अवार्ड
डॉ. बलदेव ढिल्लों को कई प्रतिष्ठित अवार्ड मिल चुके हैं। इसमें एशियाई मक्की कांफ्रेंस के दौरान मेज चैंपियन ऑफ द एशिया का पुरस्कार, डॉ. वीपाल मेमोरियल अवार्ड, रफी अहमद किदवई अवार्ड, ओम प्रकाश भसीन अवार्ड, लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड के साथ नवाजा जा चुका है। वहीं उनके नेतृत्व में पीएयू ने खोज, प्रसार व अकादमिक क्षेत्र में शानदार उपलिब्धयां हासिल की। इसमें वर्ष 2017 के लिए सरदार पटेल अवार्ड अहम है। इसके अलावा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की तरफ से भारत की राज्य खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी में से प्रथम स्थान दिया गया। इसके अलावा पीएयू का चुनाव इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर हुई। आइसीएआर ने लहसुन व प्याज की खोज के लिए पीएयू को सर्वोत्तम खोज केंद्र के पुरस्कार से भी नवाजा।