पीएयू के कर्मचारियों ने ही महिला प्रोफेसर के घर से चुराया था 50 तोले सोना
पुलिस ने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कैंपस में रहने वालीं बिजनेस मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की प्रोफेसर बबिता पंवार के घर से 50 तोले सोने के जेवर चोरी करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
जेएनएन, लुधियाना। पुलिस ने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कैंपस में रहने वालीं बिजनेस मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की प्रोफेसर बबिता पंवार के घर से 50 तोले सोने के जेवर चोरी करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दोनों ही आरोपित पीएयू के ही दर्जा चार कच्चे कर्मचारी हैं। चोरी के माल का जब कोई खरीदार न मिला तो आरोपितों ने जेवर कैंपस में ही जमीन के अंदर दबा दिया था। आरोपितों की पहचान साहिल निवासी एसआरएफ कॉलोनी पीएयू कैंपस और मोहित सिंह निवासी 14/4 के तौर पर हुई। साहिल हॉस्टल नंबर 13 में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करता था। मोहित थापर हॉल में मैसेंजर के तौर पर काम करता है। उसके पिता की मौत हो गई थी और उसकी जगह पर उसे नौकरी मिल गई। पुलिस ने ढाई तोले गहने बरामद किए हैं।
एडीसीपी 3 गुरप्रीत पूरेवाल ने बताया कि 9 मार्च को प्रोफेसर बबिता पंवार की कोठी नंबर 8/9 से पचास तोले सोने के जेवरात चोरी हो गए थे। बबिता के पति डॉ. पंकज पवार मोगा में डॉक्टर हैं। दोनों आठ मार्च की शाम साढ़े पांच बजे अंबाला चले गए थे। नौ मार्च को लौटे तो कोठी के अंदर कमरे में पड़ी अलमारी टूटी हुई थी। चोरों ने पहले कोठी के मेन गेट को तोड़ने का प्रयास किया था। इस दौरान गेट के कुंडे तक तोड़ दिए थे। चोर कोठी की पिछली दीवार फांदकर छत के रास्ते कोठी में घुसे और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। यह मामला इस लिए अहम था क्योंकि पिछले साल दिसंबर माह में भी यहीं पर एक प्रोफेसर के घर से डॉलर और अन्य सामान चोरी हो गया था।
आरोपितों को रिमांड पर लेगी पुलिस
थाना पीएयू प्रभारी इंस्पेक्टर भगवंत कुमार ने बताया कि दोनों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी, ताकि इनसे सोना और पहले चोरी हुए डॉलर और अन्य सामान का पता लगाया जा सके।
चोरी के बाद से गायब थे दोनों इसलिए पुलिस को हो गया शक
पीएयू में सभी गेटों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहता है, जिस कारण बाहर के व्यक्ति की ओर से अंदर आ पाना संभव नहीं है। पुलिस को शक था कि चोर अंदर का ही कोई व्यक्ति है। पुलिस ने सिविल वर्दी में मुलाजिमों को पीएयू में चेकिंग पर लगा दिया था। इस दौरान उन सभी कर्मचारियों पर निगाह रखी जा रही थी जो चोरी के बाद से गायब थे। इसी से पता चला कि सफाई कर्मचारी साहिल काम पर नहीं आ रहा है और नशा भी करता है। पुलिस ने उस पर निगाह रखनी शुरू की तो उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने चोरी कबूल ली।
स्टूडेंट्स की लाइफ स्टाइल जीना चाहते थे आरोपित
दोनों ही आरोपित पीएयू में आने वाले स्टूडेंट की चमक-दमक वाली जिंदगी से काफी प्रभावित थे। उनके जैसा सूट-बूट पहन टहलना इन्हें पसंद था, जिस कारण वह छोटी-मोटी चोरियां अक्सर करते रहते थे, लेकिन वह सब नहीं मिल रहा था जो उन्हें चाहिए थे। इसलिए उन्होंने बड़ा हाथ मारने की योजना बनाई, जिसमें वह कामयाब भी हो गए, लेकिन दूसरी चोरी के दौरान बड़े स्तर पर गहने मिलने से वह जमीन छोड़ गए थे और इसी कारण पुलिस के हत्थे चढ़ गए।