आरती चौक से हटाई प्रोफेसर मोहन सिंह की प्रतिमा, पंजाबी भवन में रखवाई
लुधियानवी उन्हें याद रखें इसलिए करीब 25 साल पहले आरती चौक में उनकी प्रतिमा लगाई गई और चौक को उनका नाम दिया गया।
लुधियाना, [कुलदीप काला]। प्रोफेसर मोहन सिंह एक बड़े साहित्यकार हुए हैं। उनकी याद में हर साल 20 अक्टूबर को उनके जन्मदिवस पर प्रोफेसर मोहन सिंह मेला लगाया जाता है। लुधियानवी उन्हें याद रखें, इसलिए करीब 25 साल पहले आरती चौक में उनकी प्रतिमा लगाई गई और चौक को उनका नाम दिया गया।
2010 में नगर निगम ने आरती चौक के सुंदरीकरण की योजना बनाई और यहां से प्रोफेसर मोहन सिंह की प्रतिमा को हटाने की बात की लेकिन तब पूर्व विधायक व साहित्यकार जगदेव सिंह जस्सोवाल ने धरना दे दिया था और निगम को अपनी योजना बदलनी पड़ी।
अक्टूबर 2018 में प्रोफेसर मोहन सिंह की स्टेंडिंग प्रतिमा लगाई गई। अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एलिवेटिड रोड के प्रोजेक्ट के आड़े आ रही प्रोफेसर की प्रतिमा को हटा दिया लेकिन किसी को इसका पता नहीं नहीं लगा। इसे अब पंजाबी भवन में रख दिया गया है। प
महान पंजाबी कवि और पीएयू में प्रोफेसर रहे
प्रोफेसर मोहन सिंह महान पंजाबी कवि थे। वह पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे और सेवानिवृत्ति के बाद वह लुधियाना में रहकर साहित्य सेवा करने लगे। तीन मई, 1978 को उनका निधन हो गया था। उनके जन्मदिवस पर शहर में पंजाबी संस्कृति, भाषा और साहित्य से संबंधित कार्यक्रम करवाए जाते हैं। उन्होंने दर्जनों किताबों लिखीं हैं।