Coronavirus Effect: लुधियाना की इंडस्ट्री कर्मचारियों को Covid से बचाएगी, 50% कपैसिटी पर काम करने की तैयारी
Coronavirus Effect यूनाइटेड साइकिल एवं पार्टस मैन्यू्फेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला के मुताबिक इंडस्ट्री को इस समय आर्डर कम होने के चलते प्रोडक्शन को लेकर बेहद कठिन दौर से गुजरना पड़ रहा है। कपैसिटी के मुताबिक अगर प्रोडक्शन की जाए।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। Coronavirus Effect: मार्केट में डिमांड कम होने से इंडस्ट्री के समक्ष जहां स्टाक क्लीयरेंस का डर सता रहा है, वहीं अब इंडस्ट्री के सामने लेबर को रोके रखना भी एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। ऐसे में अब इंडस्ट्री लेबर को पूरा वेतन देते हुए पचास प्रतिशत कपैसिटी पर काम करने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए बकायदा विभिन्न एसोसिएशनों के साथ चर्चा कर भविष्य की रणनीति तय की जाएगी। ताकि कोविड की तेज लहर और बाजारों में लाॅकडाउन की स्थिति में सेल कम होने से प्रोडक्शन के बाद स्टाक की समस्या का समाधान हाे।
इसके साथ ही कोविड की लहर को रोकने के लिए लेबर को आल्ट्रनेट दिनों में काम पर बुलाने पर काम किया जाएगा। इससे लेबर सेफ होने के साथ साथ कारखानों में बिना काम के लेबर को खाली नहीं बिठाना पड़ेगा। ऐसे में उद्यमियों ने प्रदेश व केन्द्र सरकार से करों में राहत दिए जाने की मांग की है। ताकि कोविड काल में क्राइसिस के दौर से गुजर रही इंडस्ट्री लेबर को भी वेतन दे सके।
प्रोडक्शन को लेकर बेहद कठिन दौर से गुजर रही इंडस्ट्री
यूनाइटेड साइकिल एवं पार्टस मैन्यू्फेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला के मुताबिक इंडस्ट्री को इस समय आर्डर कम होने के चलते प्रोडक्शन को लेकर बेहद कठिन दौर से गुजरना पड़ रहा है। कपैसिटी के मुताबिक अगर प्रोडक्शन की जाए, तो मांग न होने से इनका स्टाक करना मुश्किल है, इसके साथ इंडस्ट्री को वैक्सीनेशन होने तक लेबर में भी संक्रमण फैलने का भय है। इस सबको ध्यान में रखकर इंडस्ट्री रोटेशन से पचास प्रतिशत लेबर से रोजाना काम करने की योजना पर काम कर रही है। इसको लेकर आर्थिक बोझ तो उद्योगों को सहना पड़ेगा, लेकिन स्थिति के मुताबिक इस समय इसकी अहम आवश्यकता है।
डिमांड में भारी गिरावट आई
लक्की एक्सपोर्ट के एमडी हरसिमरजीत सिंह लक्की के मुताबिक यह समय इंडस्ट्री के लिए बेहद कठिन है। एक्सपोर्ट में भी लाॅजिस्टिक सहित विभिन्न दिक्कतों के चलते आर्डर नहीं जा पा रहे। इसके साथ ही डिमांड में भारी गिरावट आई है। इस समय सबसे बड़ी चुनौती आर्डरों के साथ साथ लेबर को रोके रखना है। पिछले साल इंडस्ट्री की काफी लेबर घरों को चली गई थी। ऐसे में स्किल लोगों की कमी के चलते उद्योगों को पटरी पर लौटने के लिए लंबा समय लगा। अगर अब यही हालात हुए तो इंडस्ट्री को दिक्कत होगी। सरकार को लेबर के लिए हर उम्र में वैक्सीनेशन को सुनिश्चित करना चाहिए। इसके साथ ही सरकार को बैंक ब्याज और टैक्स कुछ समय के लिए माफ करने चाहिए।