Move to Jagran APP

अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के बाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट और कौंसिल के बीच शुरू हुई वर्चस्व की जंग

खन्ना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा गुरु अमरदास मार्केट में अतिक्रमण के खिलाफ की गई कार्रवाई ने नया मोड लिया है।

By Edited By: Published: Wed, 16 Oct 2019 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 03:03 PM (IST)
अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के बाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट और कौंसिल के बीच शुरू हुई वर्चस्व की जंग
अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के बाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट और कौंसिल के बीच शुरू हुई वर्चस्व की जंग

खन्ना [सचिन आनंद]। मंगलवार को खन्ना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा गुरु अमरदास मार्केट में अतिक्रमण के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद पंजाब सरकार के दो विभागों के बीच ऐसी वर्चस्व की जंग शुरू हो गई है, जिसे देखकर शहरवासी भी दंग रह गए हैं। कौंसिल को सालों पहले हैंडओवर की गई गुरु अमरदास मार्केट पर अवैध निर्माण के खिलाफ ट्रस्ट का हल्ला बोल कौंसिल को भी रास नहीं आ रहा है। इससे एक जंग ऐसे दो विभागों के बीच शुरू हो गई, जो सरकार के एक ही विभाग के अधीन हैं और इन पर शासन भी दो कांग्रेस नेता ही कर रहे हैं।

loksabha election banner

इधर, ट्रस्ट की तरफ से 12 बजे अपना अभियान शुरू किया गया और उधर, दोपहर के बाद खन्ना नगर कौंसिल प्रधान विकास मेहता ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट खन्ना के ईओ को चिट्ठी लिखकर कहा कि स्थानीय सरकारी विभाग पंजाब की ओर से 02 नवंबर 2018 को प्राप्त मीमो के तहत वे बताना चाहते हैं कि नगर सुधार ट्रस्ट की ओर से गुरु अमरदास मार्केट स्कीम नगर कौंसिल खन्ना को ट्रांसफर की जा चुकी है। स्कीम की मेंटेंनेंस आदि की जिम्मेवारी कौंसिल के पास है। ट्रस्ट की ओर से सिर्फ नया प्रोजेक्ट बनाया जा सकता है। कार्रवाई करना न करना कौंसिल का अधिकार है ट्रस्ट इसमें दखल न दें। मेहता और लाली पुराने विरोधी यहां यह बताना भी जरूरी है कि खन्ना नगर कौंसिल प्रधान विकास मेहता और ट्रस्ट के चेयरमैन गुरमिंदर सिंह लाली एक ही दल में होने के बावजूद एक दूसरे के पुराने विरोधी हैं। 2015 में खन्ना नगर कौंसिल चुनाव के बाद लाली प्रधान पद के सबसे मजबूत उम्मीदवार थे। लेकिन, पार्टी ने मेहता को प्रधान बनाया। इस पर दोनों नेताओं के बीच शुरू हुए विरोध का सिलसिला दो विभागों के बीच वर्चस्व की जंग तक पहुंच गया है।

ट्रस्ट उन्हें बताए, ज्वायंट आप्रेशन करेंगें : मेहता

मेहता ने कहा कि मार्केट की मेटेंनेंस का काम कौंसिल के पास है। अगर ट्रस्ट को कोई कार्रवाई करनी भी है तो वे अकेले जाने की बजाय उन्हें पत्र लिखें। कौंसिल और ट्रस्ट ज्वाइंट ऑपरेशन कर अतिक्रमण हटाएंगें। मेहता ने कहा कि वे अतिक्रमण के पक्ष में नहीं, लेकिन कुछ लोगों को निशाना बनाने की बजाय बिना भेदभाव के काम किया जाए। गरीबों के साथ धक्केशाही नहीं होनी चाहिए। मेटेंनेंस को दी थी, एनक्रोचमेंट को नहीं : लाली लाली ने कहा कि उन्होंने कौंसिल को मार्केट मेंटेनेंस के लिए दी थी, अतिक्रमण के लिए नहीं। बिल्डिंग बायलॉज के उल्लंघन पर कार्रवाई का अधिकार ट्रस्ट के पास है, वे वही कर रहे थे। ट्रस्ट के पास कौंसिल के ऐसे पत्र भी हैं जिसमें उसने ट्रस्ट को अतिक्रमण हटाने को कहा है। लाली ने कहा कि प्रधान को इस संबंध में ईओ ट्रस्ट को पत्र लिखने का ही अधिकार नहीं। यह अधिकार ईओ नगर कौंसिल का है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.