पंजाब में फिर बढ़ा प्रदूषण, सर्दी में बढ़ोतरी व ओस पड़ने से बिगड़ने लगा एक्यूआइ
पंजाब में प्रदूषण फिर बढ़ने लगा है और राज्य में एक्यूआइ लेबल बढ़ रहा है। विशेषणों के अनुसार ठंड बढ़ने और ओस पड़ने का भी इस पर असर पड़ रहा है। प्रदूषण के कारण आगे सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है।
लुधियाना/पटियाला, जेएनएन। पंजाब की आबोहवा फिर प्रदूषित हो रही है और राज्य में विभिन्न स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) बिगढ़ रहा है। राज्य में अमृतसर, मंडी गोबिंदगढ़, लुधियाना और जालंधर में प्रदूषण से स्थिति गंभीर है। पिछले दिनों बारिश के चलते हवा के प्रदूषण के स्तर में कमी आई थी, लेकिन बढ़ रही सर्दी और ओस पडऩे के कारण पिछले पांच दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) दोबारा बिगडऩा शुरू हो गया है। इस बारे में पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के अधिकारियों का मानना है कि सर्दी बढऩे और हवा की गति में कमी आने से प्रदूषण के कण नीचे ही दब रहे हैं। इस कारण राज्य के एक्यूआइ में बढ़ोतरी हो रही है।
अमृतसर राज्य का सबसे प्रदूषित शहर, मंडी गोबिंदगढ़, जालंधर, लुधियाना में भी हालात बिगड़े
एक्यूआइ 248 के साथ अमृतसर राज्य में सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा, जबकि एक्यूआइ 234 के साथ मंडी गोबिंदगढ़ दूसरे, 215 के साथ जालंधर तीसरे, 213 के साथ लुधियाना चौथे और 143 के साथ पटियाला पांचवें स्थान पर रहा। वहीं, एक्यूआइ 97 के साथ बङ्क्षठडा की हवा राज्य में सबसे बेहतर रही।
सुबह शाम स्माग से कम हुई विजिबिलिटी
सुबह और शाम स्माग के कारण विजिबिलिटी भी कम होना शुरू हो गई है। बारिश के बाद जहां हवा की गुणवत्ता में रिकार्ड सुधार दर्ज किया गया था, वहीं स्माग भी बिलकुल धुल गई थी, लेकिन अब प्रदूषण का स्तर बढऩे से दोबारा सुबह शाम सड़कों व हाईवे पर स्माग के कारण विजिबिलिटी कम हो गई है।
अस्थमा व हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक है प्रदूषण का यह स्तर
हवा में प्रदूषण के स्तर को 0 से 50 तक ही सही माना गया है। उससे ज्यादा होने पर यह अस्थमा व हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक माना जाता है। वहीं, एक्यूआई 200 को पार हर वर्ग के लिए नुकसानदायक है।
इन बातों का रखें ध्यान
हवा में प्रदूषण या स्माग मरीजों के साथ-साथ बच्चे और बूढ़ों को भी बहुत तेजी से अपना शिकार बनाता है। घर से बाहर निकलते समय मुंह पर कपड़ा या मास्क का प्रयोग करें, बाहर खुले में व्यायाम बंद कर दें, सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत डाक्टर की सलाह लें।
सर्दी बढऩे से बिगड़ता है एक्यूआइ: अवतेष
पर्यावरण इंजीनियर अवतेष ने बताया कि एयर क्वालिटी इंडेक्स के बढऩे के मुख्य कारण सर्दी बढऩा है। धरती का तापमान गिरने के कारण प्रदूषण वहीं ठहर जाता है और हवा से दूसरी जगहों तक बिखरता नहीं। इसके चलते एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर गिर जाता है और हवा की गुणवत्ता में कमी आती है।
एक्यूआइ
शहर-- 30 नवंबर-- 29 नवंबर-- 28 नवंबर-- 27 नवंबर
अमृतसर-- 248-- 322-- 76-- 61
बठिंडा-- 97-- 91- 68-- 74
जालंधर-- 212-- 153-- 107-- 113
लुधियाना-- 211-- 113-- 93-- 76
मंडी गोबिंदगढ़-- 234-- 209-- 206-- 80
पटियाला-- 143-- 110-- 86--- 73
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