जगराओं में जिले की एकमात्र महिला विधायक सर्बजीत कौर माणूके के लिए इस बार आसान नहीं होगी राह, जानें कारण
Punjab Chunav 2022ः साल 2017 के विधानसभा चुनाव में लुधियाना जिले से एकमात्र महिला विधायक चुनी गई थीं। हलका जगराओं (रिजर्व) से आम आदमी पार्टी की सर्बजीत कौर माणूके ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा को 25576 वोट से शिकस्त दी थी।
राजीव शर्मा, लुधियाना। Punjab Chunav 2022ः साल 2017 के विधानसभा चुनाव में लुधियाना जिले से एकमात्र महिला विधायक चुनी गई थीं। हलका जगराओं (रिजर्व) से आम आदमी पार्टी की सर्बजीत कौर माणूके ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा को 25576 वोट से शिकस्त दी थी। हालांकि माणूके को इस बार अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए कड़ी चुनौतियों का मुकाबला करना पड़ेगा। कारण, वर्ष 2012 में शिअद की ओर से जीत दर्ज करने वाले एसआर कलेर को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा गया है। वर्ष 2017 के चुनावों में शिअद ने कलेर को निहाल सिंह वाला से टिकट दी थी, जहां उनको पराजय का सामना करना पड़ा था।
जगराओं से पार्टी ने नया प्रयोग करके अमरजीत कौर साहोके को चुनाव मैदान में उतारा था। अब साहोके शिअद छोड़ कर कांग्रेस में जा चुकी हैं। वैसे तो एसआर कलेर का इलाके में अच्छा आधार है, लेकिन इस बार चुनावी परिस्थितियां भी काफी बदली हुई हैं। पिछले चुनावों में मुख्यत: मुकाबला तिकोना था, लेकिन इस बार मुकाबला चौकोना है। इस बार विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने फिर से सर्बजीत कौर माणूके को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि शिअद की तरफ से कलेर चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में आना है और कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
कांग्रेस में टिकट के दावेदारों की भरमार कांग्रेस में इस टिकट के कई दावेदार हैं। इनमें रायकोट से आप के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के पाले में आने वाले विधायक जगतार सिंह हिस्सोवाल, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह की बेटी एडवोकेट गुरकीरत कौर, एनआरआइ अवतार सिंह, पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा, कांग्रेस नेता एवं सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन गेजा राम इत्यादि प्रमुख हैं। यह भी चर्चा आम है कि हलका गिल से कांग्रेस के मौजूदा विधायक कुलदीप सिंह वैद को भी यहां से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। वैद भी पूर्व आइएएस अधिकारी हैं और एसआर कलेर भी।
माणूके का दावा, विपक्ष में रहकर भी करवाया विकास
माणूके ने पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की और उन्होंने पार्टी की उपनेता की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई। पांच साल तक विपक्ष में रहने के बावजूद माणूके का दावा है कि उन्होंने इलाके में विकास के कार्य करवाए हैं। माणूके का दावा है कि उन्होंने छह करोड़ रुपये की लागत से जच्चा-बच्चा अस्पताल की ईमारत का निर्माण करवाया। इसके अलावा लड़कियों के लिए आइटीआइ कालेज पास करवाया। माणूके आइटीआइ में कंप्यूटर सेंटर बनवाया।
छह बार शिअद के उम्मीदवारों को मिली है जीत
जगराओं विधानसभा क्षेत्र 1972 को आस्तित्व में आया था। इस सीट पर अभी तक छह बार शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। तीन बार कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी रहे और एक बार आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। साफ है कि इस सीट पर इस बार कांटे की टक्कर रहेगी और जीत का मार्जिन भी कम होगा। पिछली बार आम आदमी पार्टी की माणूके ने 61521 वोट, कांग्रेस के मलकीत सिंह दाखा ने 35945 वोट और शिअद की अमरजीत कौर साहोके ने 33295 वोट हासिल किए थे।