क्यों न हो चोरी और लूट जब रात में तैनात ही नहीं रहती पुलिस
शहर में रात के समय लॉ एंड आर्डर के पुख्ता इंतजाम का दम भरने वाली पुलिस की मुस्तैदी ना के बराबर है।
दिलबाग दानिश, लुधियाना
शहर में रात के समय लॉ एंड आर्डर के पुख्ता इंतजाम का दम भरने वाली पुलिस की मुस्तैदी ना के बराबर है। वीरवार रात दस बजकर 55 मिनट से 11 बजकर 40 मिनट के बीच शहर में दस किलोमीटर का सफर तय कर हालात देखे तो इक्का-दुक्का जगहों पर ही पुलिस की तैनाती दिखी। इस बारे में सीपी राकेश अग्रवाल को अवगत करवाया तो उन्होंने जांच के आदेश दे दिए।
चेकिग के लिए हम भाई बाला चौक से आरती सिनेमा चौक से होते हुए हीरो बेकरी चौक, शास्त्री नगर फाटक, कृष्णा मंदिर से स्टूडेंट मार्केट होते हुए जैसे ही गुरुद्वारा बाबा दीप सिंह के पास तक किसी भी चौक पर पुलिस कर्मचारी नहीं दिखा। यहां से कुछ ही दूरी पर कलर्स एंड टोन्स नामक वह दुकान है जहां से बुधवार सुबह 18 महिला चोरों ने तीस लाख का कपड़ा चोरी कर लिया। दुकान के भीतर थाना मॉडल टाउन प्रभारी पवन कुमार जांच करते मिले। इसके बाद वहां से मॉडल टाउन से होते हुए अब्दुल्ला पुर बस्ती से प्रताप चौक से होते हुए ढोलेवाल चौक से जगराओं पुल तक कोई भी पुलिस मुलाजिम नजर नहीं आया, जबकि हमने रास्ते में खड़े लोगों से भी पूछा। यही नहीं विश्वकर्मा चौक स्थित ढाई नंबर चौकी के बाहर तो पीसीआर का लावारिस हैंडल खुला हुआ मोटरसाइकिल तक खड़ा हुआ था और चौकी का गेट भी बंद था। बाद में जगराओं पुल से फील्डगंज मार्केट होते हुए सिविल अस्पताल और कलगीधर चौक से होते हुए किताब बाजार पहुंचे तो वहां भी कोई पुलिस मुलाजिम नहीं था। रेलवे स्टेशन और घंटाघर चौक के पास जरूर पुलिस के दो मुलाजिम मौजूद थे। इसके बाद लकड़ पुल से फव्वारा चौक होते हुए घुमार मंडी से भाई वाला चौक पहुंचने पर दस किलोमीटर से भी ज्यादा सफर तय हुआ मगर पुलिस मुलाजिम नहीं था। सीपी ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों से करेंगे जवाब-तलब
देर रात बारह बजे जैसे ही सीपी राकेश अग्रवाल के ध्यान में पूरा मामला लाया गया तो उन्होंने इस पर हैरानगी प्रगट की। उनका कहना था कि हो सकता है कि कर्मचारी गश्त कर रहे हों और न मिले हों। फिर भी वह रात को ड्यूटी पर मौजूद चेकिग अधिकारियों से रिपोर्ट तलब करेंगे, अगर कहीं भी गलती पाई जाती है तो कार्रवाई होगी।