पुलिस कर्मचारी पिटाई मामलाः अस्पताल में दाखिल न करने वाले डाक्टर की मुश्किलें बढ़ी, लटकी कार्रवाई की तलवार
सिविल अस्पताल तपा में तैनात डाक्टर जपिंदर सिंह खालसा द्वारा कर्मचारियों को दाखिल न करने के चलते अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब इस मामले को लेकर सिविल अस्पताल के डाक्टर जपिंदर सिंह खालसा पर सख्त कार्रवाई हो सकती है।
संवाद सहयोगी, (तपा) बरनालाः विगत दिनों पुलिस कर्मचारी आकाशदीप सिंह की मारपीट का मामला एससी कमीशन के पास पहुंचा, जिसके बाद कमीशन की सदस्य पूनम कांगड़ा ने संबंधित अधिकारियों की कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। वहीं अब मारपीट करने वाले गांव पक्खों कलां के तीन व्यक्तियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट अधीन मामला दर्ज करके दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी मामले में सिविल अस्पताल तपा में तैनात डाक्टर जपिंदर सिंह खालसा द्वारा कर्मचारियों को दाखिल न करने के चलते अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।
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डाक्टर जपिंदर सिंह खालसा पर हो सकती है सख्त कार्रवाई
पीड़ित पुलिस कर्मचारी आकाशदीप सिंह ने एससी कमीशन की सदस्य पूनम कांगड़ा को लिखित शिकायत देते हुए डा. जपिंदर सिंह खालसा पर उसे कथित तौर पर सिविल अस्पताल में दाखिल न करने के आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट सहित समय पर अपनी ड्यूटी न निभाने पर कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। एससी कमीशन द्वारा इस शिकायत संबंधी सिविल सर्जन बरनाला को 25 मई को कमीशन के दफ्तर में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे। जिस पर सेहत विभाग ने कार्रवाई करते हुए पुलिस कर्मचारी आकाशदीप सिंह के बयान कलमबद्ध किए हैं।
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बख्शा नहीं जाएगा आरोपित
अब इस मामले को लेकर सिविल अस्पताल के डाक्टर जपिंदर सिंह खालसा पर सख्त कार्रवाई हो सकती है। एससी कमीशन की सदस्य पूनम कांगड़ा ने कहा कि इस मामले में आरोपित पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
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