पांच दिन बाद भी लुटेरे गिरफ्त में नही, ज्वेलर्स को सीपी की सलाह, खुद सुरक्षा के बंदोबस्त करें
घुमार मंडी में होलसेलर ज्वेलर्स से हुई लूट की वारदात के पांच दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
जासं, लुधियाना : घुमार मंडी में होलसेलर ज्वेलर्स से हुई लूट की वारदात के पांच दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। कानून के लंबे हाथ अभी तक लुटेरों की गिरेबान तक नहीं पहुंच सके हैं।
लुटेरों की फोटो होने के बावजूद उनकी शिनाख्त नहीं की जा सकी है। अब महानगर की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली पुलिस ने नए आदेश जारी किए हैं। पुलिस कमिशनर ने ज्वेलर्स को एडवाइजरी जारी कर अपनी दुकानों पर सुरक्षा बंदोबस्त खुद करने की सलाह दी है। पुलिस के यह आदेश व्यापारियों और आम लोगों के गले से नहीं उतर रहे हैं।
दरअसल, लुटेरों ने 29 जनवरी को घुमार मंडी स्थित वीके ज्वेलर्स के नाम से गहनों का होलसेल काम करने वाले विजय जैन से 90 लाख कीमत के गहने लूट लिए थे। लुटेरे फॉच्यूनर गाड़ी में आए थे और दिन के समय गनप्वाइंट पर लेकर उससे लूट की वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस के डीसीपी स्तर के अधिकारियों की अगुआई में पुलिस की चार टीमें भी बनी हैं। मगर लुटेरों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है। घटना के पांच दिन बाद पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने सुनारों को एडवाइजरी जारी कर दी गई। पंजाब पुलिस के फेसबुक पेज पर इसे शेयर किया गया है।
फेसबुक पर लोगों के सुझाव और ताना भी
-पुलिस ने एडवाइजरी को फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है। इसे देर शाम तक करीब 100 लोगों ने लाइक किया है और छह लोगों ने शेयर किया। इस पर आठ लोगों ने कमेंट भी दिए हैं।
-भूषण लाल मलिक ने कमेंट करते हुए लिखा है, तीन-तीन दुकानों के म्युचुअल कैमरे लगे होने चाहिए, पहली दुकान का डीवीआर दूसरी, दूसरी का तीसरी और तीसरी का पहली दुकान पर होना चाहिए।
-बड़ी दुकानों के कैमरे पुलिस के सर्वर से अटैच होने चाहिए।
इसके अलावा सतिइंदर श्रीवास्तव ने लिखा है कि अब तकनीक पर ही भरोसा है, पुलिस कुछ नहीं कर सकती।
एडवाइजरी में यह दी गई है सलाह
- दुकान या शोरूम पर अच्छी गुणवता वाले सीसीटीवी कैमरे लगवाएं, जो रात के समय अच्छी पिक्चर क्वालिटी के साथ रिकार्डिग करने की क्षमता रखते हों।
- सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिग वाली डीवीआर अलग-अलग जगहहोनी चाहिए। एक डीवीआर घर पर या फिर पास की दुकान पर ताकि अगर चोर या लुटेरे एक डीवीआर अपने साथ ले जाएं तो दूसरी पर इसका डाटा बच सके।
- दुकान के बाहर रात और दिन के लिए असलहाधारी सिक्योरिटी गार्ड खड़ा करें।
- दुकान के पूरे स्टाफ और नौकरों की पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवाएं।
- खाना खाने जाते समय या फिर रात को शोकेस को लॉक जरूर कर दें।
- खिड़कियों और दरवाजों को अच्छे से बंद करके रखें और रात के समय ऑटोमेटिक लॉक सिस्टम वाले दरवाजे बंद करें।
- रात के समय डिस्पले किए गए गहने और अन्य सामान को हटा दें और इसे मजबूत सेफ में रखें।
- इमारत को बढि़या क्वालिटी मटीरियल से तैयार करवाएं ताकि इसे आसानी से तोड़ा नहीं जा सके।
- सामान की हर तरह की जानकारी का रिकॉर्ड मेनटेन रखें
- ज्वेलर्स शॉप का बीमा करवा लें
- अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें।