अपराध पर कसेगा शिकंजा, ग्रामीण और शहरी एरिया में बंटा पुलिस कमिश्नरेट, आइपीएस अधिकारियों के जिम्मे दोनों जोन
कमिश्नरेट पुलिस में बड़ा फेरबदल किया गया है। पुलिस कमिश्नर के साथ तीन नए ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लगाए गए हैं।
दिलबाग दानिश, लुधियाना
कमिश्नरेट पुलिस में बड़ा फेरबदल किया गया है। पुलिस कमिश्नर के साथ तीन नए ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लगाए गए हैं। अब सिटी कमिश्नरेट के एरिया को दो हिस्सों में बांट दिया गया है। एक में शहरी और दूसरे में ग्रामीण क्षेत्र को लिया गया है। इसके लिए पुलिस प्रबंधन देखने के लिए अलग से ज्वाइंट कमिश्नर लगाया गया है। तीनों पुलिस अफसरों ने अपना पदभार संभाल लिया है। इन्हें फिलहाल अस्थायी तौर पर कार्यालय भी दे दिए गए हैं।
सरकार के इस कदम से देहात के एरिया के लोग अपनी शिकायतों को लेकर ग्रामीण ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर हल करवा सकेंगे। इसके अलावा क्राइम पर लगाम लगेगी। लोगों तक पुलिस की पहुंच बढ़ेगी।
दरअसल, प्रदेश सरकार की ओर से ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (ग्रामीण) आइपीएस अधिकारी कंवरदीप कौर, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (शहरी) के तौर पर भाघीरथ सिंह मीना को लगाया गया है। इसी के साथ पुलिस प्रशासन के लिए ज्वाइंट पुलिस कमिशनर हेडक्वार्टर जे एलांचेजियान को लगाया गया है। ज्वाइंट कमिश्नर ग्रामीण पुलिस जोन-2 और जोन-4 देखेंगे। उन्हें एडीसीपी-2 और एडीसीपी-4 रिपोर्ट करेंगे। इसी तरह ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर सिटी पुलिस जोन-1 और जोन-3 देखेंगे। दो मिनी जिलों में बंटा कमिश्नरेट एरिया
लुधियाना जिला पहले ही तीन पुलिस जिलों में बंटा हुआ है। एक पुलिस जिला खन्ना और दूसरा जगराओं है। खन्ना और जगराओं के एसएसपी हैं और इन दोनों अधिकारियों के ऊपर डीआइजी लुधियाना रेंज है। इसके अलावा शहर को पुलिस कमिश्नरेट का दर्जा मिला हुआ है और पुलिस कमिश्नर लगे हैं। अब लुधियाना कमिश्नरेट को भी दो हिस्सों में बांट दिया गया है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (ग्रामीण) का कार्यालय जमालपुर एरिया में पुलिस थाने की नई बन रही इमारत के ऊपर बनाया जाएगा जबकि सिटी ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शहर में ही कार्यालय में बैठेंगे। इसके अलावा ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हेडक्वार्टर को डीसीपी हेडक्वार्टर के कार्यालय में बिठाया गया है। फिलहाल रूरल जवाइंट पुलिस कमिश्नर कंवरजीत कौर को एडीसीपी 2 का पुराना कार्यालय दिया गया है और ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शहरी को पुलिस लाइन में कार्यालय दिया गया है। दरअसल, कमिश्नरेट सिस्टम में नौ साल की सíवस के बाद ज्वाइंट कमिश्नर के पद पर डेजिग्नेट किया जाता है। यह नई पोस्ट नहीं है। शिकायतें सुनेंगे और निपटारा करेंगे ज्वाइंट कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल के अनुसार दोनों ज्वाइंट कमिश्नर सीधे तौर पर अपने एरिया को देखेंगे। उनके पास ही शिकायतें आएंगीं और वह ही जांच अधिकारी नियुक्त करेंगे। फिर रिपोर्ट भी उनके पास आएगी और उस पर वही कार्रवाई करेंगे। थानों में प्रभारियों के तबादले का जिम्मा भी इनके पास ही होगा। अगर इनके द्वारा की गई जांच से कोई संतुष्ट नहीं होगा तो खुद सीपी इस पर कार्रवाई कर सकते हैं। अधिकारियों के कार्यालयों और रिहायश को लेकर समस्या
कमिश्नरेट में पहले ही अधिकारियों की फौज है। पहले ही यहां पर छह डीसीपी, दस एडीसीपी और 31 एसीपी तैनात हैं। यह सभी आइपीएस और पीपीएस अधिकारी हैं। पहले ही एडीसीपी और डीसीपी स्तर के अधिकारी कार्यालय और रिहायश को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं। एक एडीसीपी पुलिस क्वार्टर में तो एक जीओ मेस में ही रह रहे हैं। पुलिस कमिश्नर
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ग्रामीण
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शहरी
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हेड क्वार्टर
डीसीपी लॉ एंड आर्डर
डीसीपी ट्रैफिक ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हेड क्वार्टर
एडीसीपी हेडक्वार्टर,
एसीपी हेडक्वार्टर, एसीपी इमरजेंसी, एसीपी कमांड सेंटर, एसीपी लाइसेंसिंग ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ग्रामीण
एडीसीपी-2,
एसीपी गिल, थाना दुगरी, थाना डेहलों, थाना सदर, थाना साहनेवाल
एसीपी इंडस्ट्रियल एरिया बी, थाना डिवीजन छह, डाबा, शिमलापुरी
एडीसीपी-4
एसीपी ईस्ट, थाना डिवीजन सात, मेहरबान, टिब्बा
एसीपी इंडस्ट्रियल एरिया ए, फोकल प्वाइंट, जमालपुर, कूमकलां, मोती नगर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शहरी
एडीसीपी-1
एसीपी नॉर्थ, दरेसी, जोधेवाल, सलेम टाबरी
एसीपी सेंट्रल, डिवीजन 1, 2,3,4
एडीसीपी-3
एसीपी वेस्ट, हैबोवाल, लाडोवाल, पीएयू, सराभा नगर
एसीपी सिविल लाइन, डिवीजन नंबर 5, डिवजीन नंबर 8, माडल टाउन डीसीपी डिटेक्टिव
एडीसीपी इन्वेस्टिगेशन
एसीपी क्राइम-1, एसीपी क्राइम-2, एसीपी टेक्नीकल सपोर्ट एंड फोरेंसिक, एसीपी क्राइम अगेंस्ट प्रॉपर्टी
एडीसीपी पीबीआइ
एसीपी एंटी नार्कोटिक्स, एसीपी पीबीआइ सीएडब्लयू, एसीपी स्पेशल क्राइम, एसीपी क्रिमिनल ग्रुप्स, एसीपी फाइनाशियल क्राइम डीसीपी लॉ एंड आर्डर
एडीसीपी इंस्ट्रियल एरिया,
एडीसीपी स्पेशल ब्राच, एसीपी क्राइम