ट्रामाडोल गोलियों के दो डिब्बों को लेकर पुलिस और व्यापारी हुए आमने-सामने Ludhiana News
पुलिस इसे प्रतिबंधित बता रही थी तो व्यापारी इसे वैध बता रहे थे। बाद में सेहत विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर की मौजूदगी में कागजात चेक किए गए और चार घंटे बाद दुकानदार के कारिंदे को छोड़ा गया।
लुधियाना, जेएनएन। नशे के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा ट्रामाडोल गोली के दो डिब्बों को लेकर पुलिस और व्यापारी पूरा दिन आमने-सामने रहे। पुलिस इसे प्रतिबंधित बता रही थी तो व्यापारी इसे वैध बता रहे थे। बाद में सेहत विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर की मौजूदगी में कागजात चेक किए गए और पुलिस ने चार घंटे बाद दुकानदार के कारिंदे को छोड़ा। पिंडी स्ट्रीट के एक दुकानदार का कर्मचारी डीएमसी के पास एक दुकानदार को दवा की डिलीवरी देने जा रहा था। इस दौरान पुलिस मुलाजिमों ने उसकी जांच की तो उसके पास से ट्रामाडोल गोलियों के दो डिब्बे बरामद हुए। इसके बाद वह उसे कोतवाली ले गए और पूछताछ शुरू कर दी।
दुकान मालिक और पिंडी स्ट्रीट होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान जीएस चावला थाना कोतवाली पहुंच गए और पुलिस को बताया कि यह दवाइयां बिल पर हैं और ट्रामाडोल की दवा का अलग से लाइसेंस भी है, मगर पुलिस कर्मचारी उनकी बात मानने को भी तैयार नहीं थे। बाद में ड्रग इंसपेक्टर रवि गुप्ता को बुलाया गया, जिन्होंने कागजात चेक करने के बाद दवाइयां सही पाईं और युवक को वहां से जाने दिया गया।
जीएस चावला प्रधान, पिंडी स्ट्रीट होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन, निशांत अरोड़ा, मुनीश कक्कड़, अश्वनी जुनेजा, योगेश कुमार वाईके ने कहा कि पुलिस की ओर से दवाइयों की जांच को लेकर दुकानदारों के कारिंदों को परेशान किया जा रहा है। उनके पास पूरे कागजात होने के बावजूद उनके कारिंदे को चार घंटे तक थाने रखा गया है। पुलिस को इस तरह की कार्रवाई बंद करनी होगी नहीं तो वह यह दवाइयां बेचनी बंद कर देंगे। इससे कैंसर की बीमारी जैसे मरीजों को परेशानी होगी।
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