Budha Dariya Project : PMIDC के सीईओ का चैलेंज, हमारे साथ आकर उद्यमी बावा दिखाएं 2000 एमएलडी का फ्लो
बुड्ढा दरिया में पानी के फ्लो पर सियासत भी तेज हाे गई है। उद्यमी तरुण बावा ने पीएमआईडीसी के अफसरों पर मुख्यमंत्री को गुमराह करने के आरोप लगाए था। बुड्ढा दरिया में दो हजार एमएलडी पानी बताया था।
लुधियाना, जेएनएन। बुड्ढा दरिया में पानी के फ्लो पर बहादुरके टेक्सटाइल एंड निटवियर एसोसिएशन के प्रधान तरुण जैन बावा के आरोपों के बाद पंजाब म्यूनिसिपल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी के सीईओ अजाय शर्मा मैदान में आ गए। अजाय शर्मा ने उद्यमी तरुण जैन बावा को सीधे सीधे चैलेंज किया है और कहा कि वह अपने इंजीनियर लेकर हमारे इंजीनियरों के साथ सर्वे के लिए आएं। तब हमें दरिया में 2000 एमएलडी का फ्लो दिखाएं।
सीईओ अजाय शर्मा ने यहां तक कहा है कि जिन इंजीनियरों से बावा ने यह रिपोर्ट तैयार करवाई है उन्हें लेकर ही आ जाएं। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि गुरुनानक देव इंजीनियरिंग कालेज की रिपोर्ट को गलत तरीके से केल्कुलेट किया जा रहा है। अजाय शर्मा ने कहा कि तरुण जैन बावा अपने इंजीनियरों के साथ आएं और सरकार फिर से पानी का फ्लो उनके साथ भी चेक करने को तैयार है।
मंगलवार को तरुण जैन बावा ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाए थे कि पीएमआईडीसी ने जो रिपोर्ट तैयार की है उसमें बुड्ढा दरिया में 700 एमएलडी के करीब पानी दिखाया है। जबकि उन्होंने जीएनई से दरिया का फ्लो चेक करवाया तो उसमें 2000 एमएलडी के करीब पानी होने की बात सामने आई है। उन्होंने पीएमआईडीसी के सीईओ व स्थानीय निकाय विभाग के सेक्रेटरी अजाय शर्मा पर भी सवाल खड़े किए। अब सीईओ अजाय शर्मा का कहना है कि जिस रिपोर्ट का हवाला देकर बावा कह रहे हैं कि दरिया में 2000 एमएलडी पानी का फ्लो है तो उसी में लिखा गया है कि यह सर्वे दरिया में किस समय किया गया है।
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में साफ लिखा है कि सर्वे 11 बजे से तीन बजे तक किया गया और उसके आधार पर ही दिन भर का फ्लो निकाल दिया गया है। अजाय शर्मा का कहना है कि 11 से तीन बजे के बीच में दरिया में पानी का फ्लो पीक पर रहता है। उन्होंने चार घंटे के सर्वे के आधार पर 24 घंटे की केल्कुलेशन कर दी। उन्होंने कहा कि दरिया में प्रतिदिन पानी का फ्लो नापने के लिए 24 घंटे का फ्लो चेक करना होता है। तब जाकर सही आंकड़े सामने आते हैं।
-पीएमआईडीसी के सीईओ अजाय शर्मा बोले, मेरे इंजीनियर ने बुलाया था नहीं आए बावा
अजाय शर्मा ने कहा कि गुरुनानक देव भवन में हुए कार्यक्रम के बाद पीएमआईडीसी के इंजीनियर बलजीत ङ्क्षसह ने तरुण जैन बावा को दरिया में पानी का फ्लो चेक करने के लिए बुलाया था। उन्होंने फोन किया तो तरूण जैन बावा ने आने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि फिर से उन्हें बुला रहे हैं कि अगर उन्हें कोई संदेह है तो आएं और उनके सामने फिर से सर्वे कर लिया जाएगा। लेकिन वो न तो पहले आए और न अब आएंगे।
टेंडर लागत पर भी नहीं दे पाए थे ठोस तर्क
अजाय शर्मा ने कहा कि तरुण जैन बावा ने पहले भी प्रोजेक्ट की लागत पर सवाल खड़े किए थे। जब इस प्रोजेक्ट का शुरू में टेंडर लगवाया गया तो उन्होंने तब टेंडर को एक सप्ताह एक्सटेंड करने को कहा। तब टेंडर सिरे नहीं चढ़ा और टेंडर को दोबारा जारी किया गया। बावा जिस कंपनी का जिक्र कर रहे थे उसने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। गुरुनानक देव भवन की बैठक के बाद उनसे उनकी योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस पूरे प्रोजेक्ट की योजना तीन लाइन में लिखकर भेज दी। उन्होंने कहा कि बावा लागत कम होने पर भी कोई ठोस तर्क नहीं दे पाए।