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मेमरी पार्क बना अपनों के नाम पर लगाएं पौधा, पैसे लेकर निगम करे संभाल

शहरवासियों खासकर युवाओं को पौधारोपण के लिए प्रेरित करने के लिए सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 01:24 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 01:24 AM (IST)
मेमरी पार्क बना अपनों के नाम पर लगाएं पौधा, पैसे लेकर निगम करे संभाल
मेमरी पार्क बना अपनों के नाम पर लगाएं पौधा, पैसे लेकर निगम करे संभाल

राजन कैंथ, लुधियाना

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शहरवासियों खासकर युवाओं को पौधारोपण के लिए प्रेरित करने के लिए सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिनसे लोगों में पौधे लगाने की रुचि बढ़े और सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो। इसके लिए शहरों में 'मेमरी पार्क अथवा मेमरी बाग' बनाए जाने चाहिए जिसमें शहर के लोग अपने माता-पिता, बच्चों अथवा पूर्वजों के नाम पर पेड़ लगाएं। उन पेड़ों पर उनके नाम की पटिका लगाई जाए। पेड़ लगवाने वाले से उसके पालन पोषण के लिए एक मुश्त फीस ली जा सकती है। इससे स्वजनों की याद में पेड़ लगाने वाले लोग प्रोत्साहित होकर आगे आएंगे और पेड़ों की सुरक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध रहेंगे। लोगों को प्रोत्साहित करने का यही एक रास्ता है। यह कहना है इंडियन ग्रीन बिल्डिंग कौंसिल, चंडीगढ़ चेप्टर के चेयरमैन जीत कुमार गुप्ता का। उनका कहना है कि लुधियाना में वन को बढ़ावा देने के लिए सिर्फ सरकारी तरह के काम होते रहे हैं। अब लोगों को इसे अपने हाथ में ले लेना चाहिए। लड़की पैदा होने पर लगाए जाते हैं 111 पौधे

जीत कुमार गुप्ता ने कहा कि राजस्थान में पिपलात्री नाम का एक गाव हैं। गाव की पंचायत एक लड़की के पैदा होने पर उसके नाम से 111 पौधे लगवाती है। उनके पालन पोषण के लिए लड़की के पिता से एक एफिडेविट लिया जाता है। पंचायत की ओर से उसे पढ़ाया लिखाया जाता है। पेड़ों से होने वाली आय से लड़की की शादी कराई जाती है। पिछले दस साल में वहा सवा दो लाख पेड़ लगाए जा चुके हैं। जब गाव पंचायत ने देखा कि पेड़ों में सिऊंक लगने लगी, तो उन लोगों ने उन पेड़ों के साथ ऐलोवेरा लगाना शुरू कर दिया जिससे सिऊंक से छुटकारा मिल गया। साथ ही ऐलोवेरा से अतिरिक्त आमदनी शुरू हो गई। नक्शा पास करते समय पेड़ लगाना किया जाए अनिवार्य

नगर निगम को मकान का नक्शा पास करते समय हर घर के अंदर व बाहर दो पेड़ लगाना अनिवार्य कर देना चाहिए। लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना चाहिए कि जब उनके घर में कोई कार्यक्रम होता है, तो उसकी यादगार के तौर पर एक पेड़ लगाया जाना चाहिए। उसके लिए जमीन तलाश करने की जरूरत नहीं है। शहर में बहुत सारी ऐसी दीवारें हैं, जिनके साथ पेड़ लगाया जा सकता है। शहर के सभी चौराहों पर पेड़ लगाए जाने चाहिएं। उन पेड़ों पर कंपनियों को विज्ञापन करने के लिए जगह दी जा सकती है। उसके लिए नगर निगम को कमाई भी होगी। स्कूलों में छात्रों को पेड़ों की अहमियत के प्रति जागरूक किया जाना जरूरी है। पेड़ों को कार्बन डाईऑक्साइड चाहिए और हमें ऑक्सीजन चाहिए। बीमारियों को दूर करने के लिए पेड़ जरूर लगाएं। सरकार के पास बहुत सारी जमीन पड़ी है। जहा पेड़ लगाए जा सकते हैं। इंडस्ट्रियल एरिया में नहीं हैं पेड़

नगर निगम को साल में एक बार कंपीटिशन कराना चाहिए जिसमें पेड़ लगाने वाले लोगों से एंट्री मंगवाई जाएं। बेस्ट लैंड इस्केप घर, स्कूल, कॉलेज, मेडिकल, इंस्टीट्यूशन और इंडस्ट्रीज को उनमें शामिल किया जा सकता है। सबसे अच्छी एंट्री को प्राइज दिया जाना चाहिए। लुधियाना की इंडस्ट्रियल एसोसिएशन बहुत बड़ी है। इंडस्ट्रियल एरिया में पेड़ नहीं हैं। वहा पेड़ लगाना जरूरी कर दिया जाए। सब उद्यमी पेड़ लगाएं, तो वहा कायाकल्प हो सकता है। उन पर नेम प्लेट लगा सकते हैं। वन विभाग व पीएयू आगे आकर उन्हें निश्शुल्क पेड़ दें। इसे जन चेतना के तौर पर लेना चाहिए, सरकारी काम नहीं होना चाहिए। इससे पर्यावरण को सुरक्षित और स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी।


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