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शहरनामा : सीपी साहब लाइनें भी डलवा दो

जब से नए पुलिस कमिश्नर आए हैं वह जी जान से ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने में जुटे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 06:30 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 06:30 AM (IST)
शहरनामा : सीपी साहब लाइनें भी डलवा दो
शहरनामा : सीपी साहब लाइनें भी डलवा दो

भूपेंदर सिंह भाटिया, लुधियाना

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जब से नए पुलिस कमिश्नर आए हैं, वह जी जान से ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने में जुटे हैं। लोग भी चालान के डंडे से नियमों का पालन करने लग पड़े हैं, लेकिन लोगों की शिकायत है कि ट्रैफिक पुलिस नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान तो काट रही है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया नहीं करवाया जा रहा है। चौराहों पर पैदल राहगीरों के लिए बनी लाइनें मिट चुकी हैं और वाहन चालक उसे एक फुट भी क्रास करता है तो सीसीटीवी कैमरे के जरिए या तो ऑनलाइन चालान भेज दिया जाता है या फिर चौराहों पर खड़े पुलिस वाले उलझ जाते हैं। वाहन चालक नियमों का पालन करने को तैयार हैं लेकिन उनका कहना है कि सीपी साहब पहले सड़कों पर ट्रैफिक लाइनें तो डलवाएं, ताकि कोई उसका उल्लंघन न करे। यह काम नगर निगम का है। अब सीपी निगम की ओर नजरें गड़ाए हैं, कि वह सड़कों पर आवश्यक लाइनें बनवाए। सासद जी मिलते ही नहीं

लोकसभा चुनाव से पहले सासद रवनीत सिंह बिट्टू के लिए पूरे उत्साह के साथ जूझने वाले कार्यकर्ता व काग्रेस नेता इन दिनों असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। नेताओं का कहना है कि चुनाव से पहले सासद बिट्टू ने उन्हें अच्छा पद दिलाने का आश्वासन दिया था। कइयों को तो चेयरमैनी भी दिलवाने की बात कही थी, लेकिन अब सासद कटे-कटे से रहते हैं। लुधियाना में भी वह कम ही उपलब्ध होते हैं। नेताओं का कहना है कि सासद साहब के लिए उन्होंने पूरा काम किया, लेकिन अभी तक उनकी मुराद पूरी नहीं हो सकी। सासद के एक करीबी का कहना है कि अब नेताजी भी क्या करें, हर किसी की ख्वाइश चेयरमैनी की है। सासद जहा तक होता है, उन्हें उनको पद दिलाने में जुटे हैं, लेकिन एक नेता को कुर्सी मिलती है तो बाकी भी पीछे पड़ जाते हैं। उधर, ऐसे नेताओं का कहना है कि सासद जी मिलते ही नहीं। मुझको भी तू पोस्ट दिला दे

आजकल हर छोटा-मोटा अकाली नेता बाड़ेवाल रोड की ओर ही रुख कर रहा है। यह नेता अपने समर्थकों के साथ पंचशील कॉलोनी पहुंचते हैं और विधायक शरणजीत सिंह ढिल्लों को दर्शाते हैं कि उनके साथ कितने लोग जुड़े हुए हैं। ढिल्लों साहब का सम्मान करने के बाद नेता जी उनके कानों में फुसफुसाते हैं कि उन्हें भी पार्टी में कोई पद दिला दें। जब से विधायक ढिल्लों विधानसभा में अकाली दल के नेता बने हैं, तब से पार्टी के नेता उनसे मिलने के लिए बेकरार हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि पार्टी प्रधान सुखबीर के वह करीबी हैं और उन्हें पार्टी में पद दिला सकते हैं। अब ढिल्लों साहब भी इस पसोपेश में हैं कि किन - किन नेताओं को कैसे एडजस्ट किया जाए। ढिल्लों के एक करीबी का कहना है कि नेताजी भी क्या करें। जो भी आता है, वह यही ख्वाइश लेकर आता है कि उन्हें भी कोई पोस्ट दिला दी जाए। नए प्रधान की नई लॉबी

अश्वनी शर्मा के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनते ही जिला भाजपा में भी नई लॉबी बननी शुरू हो गई है। पिछले दिनों जिला भाजपा अध्यक्ष के चुनाव को अंतिम समय में टाल दिया गया था। उसके बाद यह तय हुआ था कि नए प्रदेश अध्यक्ष की देखरेख में जिला प्रधान तय किया जाएगा। वर्तमान में प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के सबसे करीबी जीवन गुप्ता हैं। चूंकि जीवन गुप्ता स्टेट बॉडी में वाइस प्रेसीडेंट हैं, तो जिला अध्यक्ष अपने करीबी को बनाने का प्रयास करेंगे। इसे लेकर लॉबिंग शुरू भी हो गई है। पिछले कुछ समय से जिला भाजपा में सक्रिय न रहने वाले जीवन गुप्ता फिर अपनी लॉबी बनाएंगे। नए समीकरण के तहत भाजपा नेता अब जीवन गुप्ता की ओर रुख कर रहे हैं। जिला भाजपा अध्यक्ष व अन्य पदों के दावेदार नई लॉबी में जुट रहे हैं। खबर यह भी है कि जीवन गुप्ता की नजर स्टेट जनरल सेक्रेटरी पर है।


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