जो लोग पहले करते थे दिल दुखाने वाली बातें, वही आज शाबाशी देते नहीं थकते: साक्षी मलिक
साक्षी मलिक प्रो. रेसलिंग लीग में दिल्ली सल्तनत की ओर से खेलने के लिए लुधियाना पहुंची हैं। प्रो रेसलिंग लीग में साक्षी मलिक ने बेमिसाल प्रदर्शन किया है।
लुधियाना, [कृष्ण गोपाल]। पहलवान तो लड़कों का खेल है, ना कि लड़कियों का, तुम इसमें ठीक नहीं बैठती, लड़कियां तो घर की कामकाज संभालने के लिए होती हैं। इन सब बातों की परवाह किए बिना पहलवारी शुरू की।जो लोग पहले दिल दुखाने वाली बातें किया करते थे, वही आज शाबाशी देते थकते नहीं हैं। यह बातें ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने जागरण से बातचीत में कहीं। साक्षी मलिक प्रो. रेसलिंग लीग में दिल्ली सल्तनत की ओर से खेलने के लिए लुधियाना पहुंची हैं। प्रो रेसलिंग लीग में साक्षी मलिक ने बेमिसाल प्रदर्शन किया है।
फोगाट सिस्टर्स के दबदबे के बीच छोड़ी अलग छाप
हरियाणा में फोगाट बहनों का डंका बजता है। गीता, बबिता, विनेश फोगट की हरियाणा में हर जगह तारीफ सुनने को मिलती है। लेकिन इस डंके के बीच एक चेहरा साक्षी मलिक का भी, जिसने सिर्फ हरियाणा ही नहीं, पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। रियो ओलंपिक में कांस्य जीतकर साक्षी ने दुनिया भर में नाम कमाया है। डिस्ट्रिक्ट से शुरुआत करने वाली साक्षी ने कहा कि शुरू में आसपास के लोगों से परेशानी आई थी, लेकिन घर वालों ने साथ और हिम्मत दी है, बस कारवां बढ़ता गया, और परिणाम आज आपके सामने है। लीग युवाओं के
प्रो रेसलिंग लीग युवाओं के लिए बेहतर प्लेटफॉर्म
प्रो. रेसलिंग के बारे में साक्षी का मानना है कि लीग युवाओं के लिए बेहतर प्लेटफार्म है। इसके लिए खिलाड़ी खुद अपनी प्रतिभा से एक नाम कमा सकते है और दूसरा पैसा। वहीं हमारे लिए तो एक संजीवनी बूटी के समान है।
पति सतेंद्र ने दिया पूरा सहयोग
वर्ष 2017 में रेसलर सतेंद्र के साथ शादी के बंधन में बंधी साक्षी ने कहा कि हम दोनों ही रेसलर हैं। गत वर्ष चोटिल होने के कारण कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक ही हासिल कर पाई थी, लेकिन पति सतेंद्र ने साथ और हौसला दिया। उम्मीद है कि आगामी अक्तूबर चैंपियनशिप अच्छा कर ओलंपिक के लिए जोरदार तरीके से वापसी करू।
ओलंपिक क्वालीफायर की तैयारियां में जुटी साक्षी
2020 में टोक्यो में ओलंपिक होने जा रहे हैं। साक्षी ने अभी से तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। साक्षी ने कहा अक्तूबर माह में ओलंपिक क्वालीफायर वर्ल्ड चैंपियनशिप मुकाबले होंगे, जिसको लेकर आगामी दिनों में भारतीय शिविर लगने शुरू हो जाएंगे। उम्मीद करती हूं कि इस बार कांस्य की जगह गोल्ड हासिल करूंगी।