पीएयू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर ऑनलाइन विचार चर्चा करवाई
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर विचार चर्चा करवाई गई। इसमें खेती शिक्षा व खोज के बारे में बात की गई।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर विचार चर्चा करवाई गई। इसमें खेती शिक्षा व खोज के बारे में बात की गई। इसमें विभिन्न यूनिवर्सिटी के मौजूदा व पूर्व वाइस चांसलर शामिल हुए।
पैनल विचार चर्चा की अध्यक्षता पीएयू के वीसी डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों ने की। इसके अलावा गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी व केंद्रीय यूनिवर्सिटी पंजाब के पूर्व वाइस चांसलर डॉ. जैरूप सिंह, रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय खेती यूनिवर्सिटी झांसी के वाइस चांसलर डॉ. अरविदर कुमार, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के पूर्व वीसी डॉ. अरुण ग्रोवर सहित अन्य शामिल हुए। पैनल में अपने प्रधानगी भाषण में वीसी डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि तबदीली हर लिहाज से अटल नियम है। लेकिन यह तबदीली परपंरा न नवीनता का सुमेल होनी चाहिए। पीएयू ने बहु अनुशासनी शिक्षा प्रणाली अपनाकर प्रसिद्ध खेती वैज्ञानिक, साहित्यकार, कलाकार व ओलंपियन पैदा किए। कोरोना महामारी के दौरान भी पीएयू ने अपनी गतिविधियां जारी रखी। उन्होंने कहा कि शिखा के साथ साथ सांस्कृतिक पहचान विकसित करने की बेहद जरूरत है। वहीं डॉ. जैरूप सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दस्तावेज को अच्छी भावना व नई दिशा देने वाला बताया। उन्होंने भी बहु अनुशासनी शिक्षा पर जोर दिया।
स्वीप जागरूकता मुहिम क्विज में सोनाली प्रथम
मालवा सेंट्रल कॉलेज ऑफ एजूकेशन के इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब की तरफ से युवा सर्विसिस पंजाब के निर्देशन पर स्वीप जागरूकता प्रोग्राम चलाया गया। इसमें मत का अधिकार और जिम्मेदारी, मतदान प्रक्रिया और साधारण चुनाव विषय पर ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता कराई गई। डॉ. सुखविदर सिंह इस दौरान नोडल ऑफिसर रहे। प्रिसिपल डॉ. नगिदर कौर ने कहा कि क्विज का उद्देश्य विद्यार्थियों में अधिक से अधिक जागरूकता लानी रही। बीएड की पचपन छात्राओं ने क्विज में हिस्सा लिया। जिसमें सोनाली ने पहला, निशा और शिल्पी ने दूसरा स्थान पाया। सभी छात्राओं को ई-सर्टिफिकेट्स दिए गए।