स्कूल फीसों को लेकर अभिभावकों और प्रबंधकों में विवाद
माछीवाड़ा इलाके के एक निजी स्कूल में सोमवार को फीसों को लेकर प्रबंधकों और अभिभावकों के बीच विवाद हो गया।
जेएनएन, श्री माछीवाड़ा साहिब : माछीवाड़ा इलाके के एक निजी स्कूल में सोमवार को फीसों को लेकर प्रबंधकों और अभिभावकों के बीच विवाद हो गया। इसे बाद में सुलझा लिया गया। निजी स्कूल प्रबंधकों की ओर से लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। कुछ दिन पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले व हिदायतों के बाद स्कूलों ने अभिभावकों से बच्चों की फीस लेनी शुरू कर दी है। कुछ माता-पिता स्कूल में इकट्ठा हुए। उन्होंने मांग की कि लॉकडाउन में हर वर्ग का कारोबार प्रभावित हुआ है, इसलिए जायज फीस ही वसूली जाए। इस पर प्रबंधकों ने परिजनों को समझाया कि बेशक सरकार की तरफ से हिदायतें हैं कि ट्यूशन फीस, आधी ट्रांसपोर्ट फीस और सालाना फंड वसूले जाएं, लेकिन स्कूल प्रबंधक कमेटी ने फैसला किया कि बच्चों को पढ़ाने वाली ट्यूशन फीस ही वसूली जाएगी, जिससे ऑनलाइन घर बैठे बच्चों को पढ़ा रहे अध्यापकों को भी सैलरी दी जा सके। इसके अलावा प्रबंधकों ने बताया कि स्कूल की तरफ से वार्षिक चार्जेज भी बहुत कम वसूले जाएंगे। आधी ट्रांसपोर्ट फीस भी नहीं ली जा रही।
परिजनों की मांग पर स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि वह प्रबंधक कमेटी के साथ बातचीत करके ट्यूशन फीस और वार्षिक चार्जेज जो भी अधिक से अधिक छूट दे सकते होंगे, वह कराएंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्कूल की किताबें बाहर से ली जा सकतीं हैं, इसलिए परिजन गुमराह न हों। दो घंटे चले विवाद के बाद स्कूल प्रिंसिपल की बातों से माता पिता संतुष्ट हुए और विवाद सुलझ गया। प्रिंसिपल डॉ. हरप्रीत कौर ने कहा कि बेशक इस समय लॉकडाउन के कारण प्रत्येक परिवार आर्थिक मंदी से गुजर रहा है, परंतु स्कूल की प्रबंधक कमेटी को भी अध्यापकों का वेतन व अन्य खर्चों के लिए ट्यूशन फीस तो वसूलनी ही पड़ेगी। फिर भी वह परिजनों की तकलीफ को समझते हुए प्रबंधक कमेटी के साथ बात करके इस समस्या का हल निकालेंगे।