आर्टमॉस्फेयर गैलरी में कैनवास पर दर्शाए गुरु नानक देव जी के संदेश
श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित विहंगम पेंटिग बनाने में शहर के कलाकार जुटे हैं।
जासं, लुधियाना : फिरोजपुर रोड स्थित आर्टमॉस्फेयर गैलरी में शहर और आसपास के इलाकों से जुड़े बीस कलाकार प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित विहंगम पेंटिग बनाने में जुटे हैं। सात फीट ऊंची व 30 फीट लंबी पेंटिग में कलाकारों ने ब्रश एवं रंगों के संगम से गुरु साहिब के संदेश, उनकी उदासियों को दर्शाया है। साथ ही गुरु साहिब के अलौकिक स्वरूप का वर्णन किया गया है। रविवार की शाम तक यह पेंटिग 80 फीसद से अधिक पूर्ण हो गई। अभी भी कलाकार इसे बनाने में जुटे हैं। इस लाइव पेंटिग में कलाकारों ने विभिन्न तरह के पेंट का उपयोग किया है। इसमें गुरु जी की शिक्षाओं किरत करो, नाम जपो एवं वंड छको के अलावा आपसी भाईचारे का संदेश दिया गया है। सरकारी महिला कॉलेज के प्रोफेसर मनवीर सिंह का तर्क है कि इस पेंटिग की शुरुआत में श्री गुरु नानक देव जी जब काली बेई में तीन दिन के लिए अलोप हो गए थे। उसके बाद वे बाहर निकले और जब उनको ज्ञान प्राप्त हुआ, वहां से शुरू की गई है। इसमें गुरु जी ने जनता को सृष्टि से जोड़ा लोगों को जात-पात से ऊपर उठ एकता एवं आपसी भाईचारे का पाठ पढ़ाया। गुरु जी को कुदरत से बेहद लगाव था, उसे भी पेंटिग में दर्शाया गया है। पेंटिग में गुरु जी बाला एवं मर्दाना के साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं। पेंटिग में उनके जीवन से जुड़े कई पड़ाव दिखाए गए हैं। अभी पेंटिंग गैलरी में ही रहेगी। 19 को सार्वजनिक तौर पर लुधियानवियों के लिए प्रदर्शित किया जाएगा।