Doctors Strike In Ludhiana: बढ़ेगा मरीजों का दर्द: सरकारी अस्पतालों में डाक्टर फिर से हड़ताल पर, बंद रहेगी ओपीडी
Doctors Strike In Ludhiana डाक्टरों का कहना है कि सरकार ने सोमवार तक का समय मांगा था लेकिन शाम होने पर भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया। अगर उनकी मांगों को अनसुना किया तो 22 जुलाई को चंडीगढ़ में धरना दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Doctors Strike In Ludhiana: सरकारी अस्पतालों में डाक्टर मंगलवार से तीन दिन के लिए फिर से हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं ठप रहेंगी। इलाज की उम्मीद लेकर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को फिर से परेशानियों से जूझना पड़ेगा। गौरतलब है कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के विरोध में सरकारी डाक्टरों ने जून से ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
हालांकि पिछले तीन दिन डाक्टरों ने अपनी अलग ओपीडी लगाकर मरीजों की जांच भी की है लेकिन वह इसे भी बंद कर रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि सरकार ने सोमवार तक का समय मांगा था लेकिन शाम होने पर भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया। अगर उनकी मांगों को अनसुना किया तो 22 जुलाई को चंडीगढ़ में धरना दिया जाएगा। इसके बाद 23 से कोरोना व वैक्सीनेशन से संबंधित काम भी ठप कर दिए जाएंगे।
यह भी पढ़ें-दो बहनों को हो गया प्यार, घर से भागकर रचाई शादी तो भाई ने किया कन्यादान, लुधियाना की घटना
बरसात में बैक्टीरिया फैलाते हैं बीमारी
बरसात के समय में बैक्टीरिया अधिक बीमारियां फैलाते हैं। साथ ही वायरल व दूसरी बीमारियां भी बढ़ जाती हैं। हड़ताल के कारण सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को उठानी होगी। सिविल व मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में रोज सैकड़ों लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं।
बैठक का भी किया था बायकाट
तीन दिन पहले सुबह दस बजे बचत भवन में डिस्टिक्ट डेवलपमेंट कोआर्डिनेशन एंड माॅनिटरिंग कमेटी (दिशा) की बैठक बुलाई गई थी। जिले के सभी एसएमओ, प्रोग्राम आफिसर और असिस्टेंट सिविल सर्जन ने सांसद रवनीत बिट्टू को ज्ञापन सौंपकर बैठक का बायकाट किया था। बैठक में सांसद रवनीत बिट्टू, एमपी अमर सिंह, मंत्री भारत भूषण आशु, मेयर बलकार सिंह, डीसी वरिंदर शर्मा, सभी एडीसी व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।