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सिर्फ इमरजेंसी में ही आयुष्मान योजना का ले रहे हैं लाभ

सरकार की महत्वाकांक्षी सरबत सेहत बीमा योजना (आयुष्मान योजना) लागू हुए एक साल हो चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 01:39 AM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 01:39 AM (IST)
सिर्फ इमरजेंसी में ही आयुष्मान योजना का ले रहे हैं लाभ
सिर्फ इमरजेंसी में ही आयुष्मान योजना का ले रहे हैं लाभ

एक साल में 18244 मरीजों ने सरकारी व निजी अस्पतालों में करवाया इलाज

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4,50,997 परिवारों को जिले से योजना में किया शामिल

2,18,971 परिवार सामाजिक व आर्थिक तौर पर पिछड़े

1,66,835 नीले कार्ड धारक

15,744 मजदूर

39,361 जे फार्म होल्ड परिवार

10,086 छोटे ट्रेडर्स

16 सरकारी व 64 प्राइवेट अस्पतालों के साथ समझौता

18 अगस्त तक सरकारी अस्पतालों में 8793 मरीजों ने करवाया इलाज

9451 मरीजों ने प्राइवेट अस्पतालों में योजना का लिया लाभ जागरण संवाददाता, लुधियाना : सरकार की महत्वाकांक्षी सरबत सेहत बीमा योजना (आयुष्मान योजना) लागू हुए एक साल हो चुके हैं। योजना के जरिए गरीब और जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने का दावा किया जा रहा है। इसके बावजूद पिछले एक साल के दौरान 18,244 लाभार्थी मरीजों ने ही सरकारी व निजी अस्पतालों मे इलाज करवाया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो कोरोना महामारी न आती तो अस्पतालों में मरीजों का आंकड़ा बढ़ सकता था। लाभार्थी अस्पतालों में इलाज के लिए तभी पहुंच रहे हैं, जब इमरजेंसी हो। लॉकडाउन के दौरान तो ज्यादातर मरीज अपने घरों में ही रहे। इसके हटने के बाद भी बेहद कम लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, क्योंकि लोगों में कोरोना को लेकर डर है। छोटी मोटी बीमारियां होने पर लोग टेलीमेडिसन या घर के नजदीक स्थित क्लीनिक पर जाकर इलाज ले रहे हैं। उधर, निजी अस्पतालों के संचालकों का कहना है कि कोरोना काल में भी योजना के लाभार्थी इलाज के लिए आ रहे हैं। हालांकि, यह संख्या अब बेहद कम हो गई है।

दी जा रही है इलाज की सुविधा

जिले के डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. मोहिदर सिंह ने कहा कि सरबत बीमा योजना के तहत अब भी इलाज की सुविधा दी जा रही है। लाभार्थी जरूरत पड़ने पर इनपैनल्ड अस्पतालों में जाकर इलाज करवा सकते हैं। हालांकि सरकार ने भी इलेक्टिव सर्जरी पर रोक लगा रखी है, केवल इमरजेंसी सर्जरी करने की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद व गरीब मरीजों के लिए सरबत बीमा योजना बेहद फायदेमंद है।

इमरजेंसी में रोजाना चार से पांच मरीज आ रहे

सोबती न्यूरो एंड सुपर स्पेशलिएटी अस्पताल के प्रमुख डॉ. मनोज सोबती कहते हैं कि उनके यहां सरबत बीमा योजना के तहत न्यूरो सर्जरी के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। कोरोना की वजह से ज्यादा मरीज तो नहीं आ रहे, लेकिन इमरजेंसी में रोजाना चार से पांच मरीज आ जाते हैं।

इलाज फ्री होने के बाद भी कम आ रहे मरीज

अरोड़ा न्यूरो सेंटर के डायरेक्टर डॉ. प्रशांत अरोड़ा कहते हैं कि अस्पताल भी सरबत बीमा योजना की इनपैनलमेंट में शामिल है। यहां इस समय इमरजेंसी केस ही आ रहे हैं। इसमें डायलिसिस, रेडियोलॉजी या न्यूरो सर्जरी से संबंधित मरीज होते हैं। योजना के तहत इलाज फ्री होने के बाद भी मरीज इमरजेंसी में ही आ रहे हैं। क्योंकि, कहीं न कहीं उनके मन में कोरोना को लेकर डर बना हुआ है।

जिले के निजी अस्पतालों में 18 अगस्त तक हुई एडमिशन

पंचम अस्पताल- 1645

श्री गुरु नानक अस्पताल- 1072

जीवन जोत अस्पताल- 945

खन्ना नर्सिंग होम व अस्पताल- 909

कौशल अस्पताल एंड सर्जिकल सेंटर- 606

जैन मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल- 505

सिद्धू अस्पताल- 504

लाइफ लाइन अस्पताल- 439

लुधियाना मेडिवेज- 280

सुखजीवन अस्पताल- 278

राणा आइ एंड मेटरनिटी अस्पताल- 259

करण अस्पताल मल्टी स्पेशलिटी सेंटर- 250

आइवीएफ हेल्थ लाइफ सांइस- 249

आरोग्य अस्पताल- 169

माहल मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल- 154

धामी आई केयर अस्पताल- 111

अरोड़ा न्यूरो सेंटर- 97

अंबे आइ केयर एंड लेसिक सेंटर- 88

यूरो केयर किडली स्टोन एंड सर्जिकल सेंटर- 83

कल्याण अस्पताल- 60

तजेता असपताल- 56

श्री बालाजी स्टोन एंड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल- 54

गुरु तेग बहादुर साहिब चैरिटेबिल अस्पताल- 54

वर्मा चैरिटेबिल अस्पताल- 53

संकरा आइ अस्पताल- 47

श्री गुरु हरकृष्ण साहिब चैरिटेबल आइ अस्पताल- 44

कालरा अस्पताल- 34

सोबती न्यूरो अस्पताल- 30

डॉ. रमेश सुपरस्पेशलिटी आइ एंड लेसिक सेंटर- 42

गुरलाभ नर्सिंग होम- 27

प्रोलाइफ अस्पताल- 23

एएसजी अस्पताल- 22

करण सिगला अस्पताल- 26

जीवन अस्पताल- 18

गर्ग अस्पताल एंड चाइल्ड केयर सेंटर- 17

एम्स बस्सी अस्पताल- 17

पोली आइ अस्पताल- 15

गुप्ता अस्पताल- 13

एडवांस आइ केयर सेंटर- 13

कासमास बोन एंड ज्वाइंट सेंटर- 12

सोनी आइ केयर सेंटर- 11

डॉ. प्रीत आइ सर्जरी सेंटर-10

चावला नर्सिंग होम- 6

मित्तल आइ केयर सेंटर- 5

चुघ आइ सर्जरी सेंटर- 4

रानी आइ अस्पताल-4

मित्तल नर्सिंग अस्पताल- 4

अनुपम अस्पताल- 4

एसएनएस पाहवा अस्पताल- 3

हुंजन अस्पताल- 2

एनके अग्रवाल स्पाइन सेंटर- 1

लाइफ केयर अस्पताल - 1

भंडारी स्टार लाइफ अस्पताल- 1

कुल - 9377

सरकारी अस्पतालों में 18 तक इतने लाभार्थियों ने लिया लाभ

सिविल अस्पताल- 1899

एसडीएच जगराओं- 1448

एसडीएच समराला- 1084

एसडीएच खन्ना- 819

एसडीएच रायकोट- 637

एसडीएच सिधवाबेट- 464

एसडीएच माछीवाड़ा- 317

सीएचसी साहनेवाल- 312

सीएचसी मलौद- 302

सीएचसी सुधार- 264

सीएचसी पायल- 239

सीएचसी पक्खोवाल- 221

सीएचसी मानुपुर- 215

सीएचसी डेहलो- 185

सीएचसी कूमकलां- 175

सीएचसी हठूर- 168

कुल - 8740


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