Move to Jagran APP

प्याज हुआ अनार, दाम पहुंचा सौ के पार

प्याज व लहसुन की बे-हिसाब बढ़ रही कीमतों ने आम व मध्यवर्गीय की रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 07:00 AM (IST)
प्याज हुआ अनार, दाम पहुंचा सौ के पार
प्याज हुआ अनार, दाम पहुंचा सौ के पार

संवाद सहयोगी, समराला :

loksabha election banner

प्याज व लहसुन की बे-हिसाब बढ़ रही कीमतों ने आम व मध्यवर्गीय की रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। दस रुपए से लेकर बीस रुपए प्रति किलो की कीमत पर बिकने वाला प्याज थोक में 90 रुपए और खुदरा बाजार में 100 से 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।

जबकि, लहसुन मंडी मे 180 से लेकर 190 रुपए प्रति किलो, जबकि बाजार मे 200 से लेकर 220 रुपए तक बिक रहा है। प्याज और लहसुन की बढ़ रही कीमतों कारण आज कल होटल/ढाबों मे सलाद मे मिलने वाला प्याज और आम सब्जियों मे डाला जाने वाला लहसुन भी गायब दिखाई दे रहा है।

बेशक केंद्र व पंजाब सरकार द्वारा पिछले कई महीनों से प्याज का स्टाक करने वाले व्यापारियों पर कड़ी कारवाई की चेतावनी दी जा रही है, लेकिन यह बेअसर साबित हो रहा है। भले ही सरकार में बैठे मंत्री और नेताओं ने प्याज का भंडार दूसरे राज्यों मे से मंगवाने के दावे भी हवा बने हुए है।

प्याज और लहसुन का मिलना चाहिए समर्थन मूल्य

प्याज उत्पादक चरनजीत सिंह निवासी भगवानपुरा, का कहना है कि अगर किसान प्याज व लहसुन की खेती करते हैं तो सरकार इसका उचित मूल्य नही देती। उन्होंने कहा कि गेहूं व धान की तरह सरकार प्याज व अन्य सब्जियों का समर्थन मूल्य निश्चित करे। जिस से आम ग्राहकों को भी राहत मिलेगी और किसानों का रूझान भी न फसलों की तरफ बढेगा।

जमाखोरों पर दर्ज हों फौजदारी के केस

शिरोमणी अकाली दल मान के प्रदेश अध्यक्ष वरिदर सिंह सेखों ने कहा कि सरकारों की मिलीभगत से व्यापारी प्याज व लहसुन का स्टाक स्टोर कर मंहगे दाम पर बेच रहे हैं। जिसकी वजह से आम व मध्यवर्गीय तबके के लोग परेशान हैं। उन्होने कहा कि सरकार को व्यापारियों के स्टाक स्टोर चेक कर जमाखोरों पर फौजदारी केस दर्ज करने चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.