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नशेड़ी बोले, थक गए हैं नशा करके, अब चाहते हैं छुटकारा

गांव जांगपुर के चार युवका सिविल अस्पताल स्थित नशा छुड़ाओ केंद्र में दाखिल है और वह इससे छुटकारा चाहते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Jul 2018 03:19 PM (IST)Updated: Wed, 11 Jul 2018 03:51 PM (IST)
नशेड़ी बोले, थक गए हैं नशा करके, अब चाहते हैं छुटकारा
नशेड़ी बोले, थक गए हैं नशा करके, अब चाहते हैं छुटकारा

अर्शदीप समर, लुधियाना : नशा मुक्त पंजाब मुहिम के तहत सांसद रवनीत सिंह बिंट्टू ने दो दिन पहले गांव जांगपुर के चार युवकों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल स्थित नशा छुड़ाओ केंद्र में दाखिल करवाया था। इलाज के दौरान चारों नशे करने वाले युवकों ने कहा कि पिछले पांच साल से दिन-रात लगातार नशा करने में जुटे हुए थे। पहले वह शौक के लिए नशा करते थे, लेकिन अब शरीर की मांग उनसे नशा करवाती है। इलाज के दौरान दो दिन से नींद नहीं आ रही है और शरीर बुरी तरह से टूट रहा है लेकिन उन्होंने कहा कि नशा करके थक चुके हैं, अब उन्हें इससे छुटकारा चाहिए। उन्होंने कहा कि नशा छुड़ाओ केंद्र में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर नशा छुड़ाओ केंद्र में सभी सुविधाएं दी जाएं तो वह खुद का इलाज करवाया ठीक होना चाहते हैं

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2012 में एक नेता ने करवाया था नशा

नशा छुड़ाओ केंद्र में इलाज करवा रहे गांव जांगपुर के चार युवकों ने बताया कि पहले वह रोजाना सुबह उठ कर कसरत करते थे। इस दौरान उन्होंने मामूली लड़ाई झगड़े करने शुरू कर दिए और एक नेता उनकी थाने से छुड़वाने के लिए मदद करता था। इसके चलते उन्हें उक्त नेता की रैली में भी जाना पड़ता था लेकिन इसी दौरान नेता ने एक दिन उन्हें रैली से वापस आते नशा करवाया और उसके बाद शौक से नशा करना शुरू कर दिया लेकिन एक साल बाद जब उन्हें नशा छोड़ने का मन बनाया तो नशा उन्हें शरीर में इस कद्र बस गया था कि वह नशे को छोड़ ही नहीं पाए।

एक हजार रुपये का सुबह-शाम चाहिए नशा

नशा छुड़ाओ केंद्र में इलाज करवा रहे युवकों ने बताया कि उन्हें रोजाना एक हजार रुपये का नशा सुबह-शाम चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव के पीछे लाइनों के पास कई झुग्गियों में नशा तस्करी करने वाले लोग बैठे हुए हैं। सुबह उठते ही वह उनके पास चले जाते थे और एक दिन का नशा लेकर घर आ जाते थे। उसके बाद नशा कर सो जाते थे। उन्होंने कहा कि इस नशे के चलते उनकी जमीन भी बिक गई है लेकिन नशा छूट नहीं पा रहा।

एक बार छोड़ा नशा, तस्कर ने खिला दिया दोबारा

नशा करने वाले नशेड़ी युवकों में से एक युवक ने बताया कि एक साल नशा करने के बाद उसने खुद का इलाज करवाया और उसके बाद नशा छोड़ दिया। लेकिन कुछ महीने बाद ही उसे रास्ते में नशा तस्कर मिल गया और उससे बातचीत करनी शुरू कर दी। उसके बाद नशा तस्कर ने उसे दोबारा से नशा करवा दिया और उसके बाद से नशा नहीं छूट पाया। युवक ने कहा कि सरकार को नशा तस्करों पर भी पूरी तरह से नकेल कसनी होगी तभी गांव से नशा खत्म हो पाएगा। नशा छुड़ाओ केंद्र में युवकों को दी है सभी सुविधाएं: एसएमओ

एसएमओ गीता कटारिया ने कहा कि नशा छुड़ाओ केंद्र में युवकों के इलाज के दौरान सभी सुविधाएं दी गई हैं। उन्होंने कहा कि कमरे में एलईडी और खेल का सामान भी रखा गया था ताकि वह इलाज के दौरान मनोरंजन कर सके और इस नशे की लत से बाहर आ सकें। उन्होंने बताया कि जब नशे की जरूरत युवकों को बढ़ती है, तो उन्हें काबू करने में नशा छुड़ाओ केंद्र से स्टाफ को काफी मेहनत करनी पड़ती है।


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