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शिक्षा विभाग की सख्ती, अब नवंबर व दिसंबर में दो से अधिक casual leave नहीं ले सकेंगे अध्यापक

डायरेक्टर शिक्षा ने इन आदेशों के पीछे की वजह भी बताई है। उनका कहना है कि विभाग के ध्यान में आया है कि सरकारी स्कूलों में अधिकतर शिक्षकों द्वारा अपनी कैजुअल लीव (इत्तेफाकिया छुटिटयां) खत्म करने के लिए नवंबर व दिसंबर में ज्यादा छुट्टियां ली जाती है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 05:17 PM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 05:17 PM (IST)
शिक्षा विभाग की सख्ती, अब नवंबर व दिसंबर में दो से अधिक casual leave नहीं ले सकेंगे अध्यापक
नवंबर व दिसंबर में कैजुअल लीव (सीएल) लेने के इच्छुक शिक्षकाें काे झटका। (सांकेतिक तस्वीर)

लुधियाना, [आशा मेहता]। नवंबर व दिसंबर में कैजुअल लीव (सीएल) लेने के इच्छुक शिक्षकाें के अरमानों पर शिक्षा विभाग ने पानी फेर दिया है। डायरेक्टर शिक्षा विभाग सीनियर सेकेंडरी पंजाब ने एक चिट्ठी जारी कर कहा है कि नवंबर दिसंबर में अब अध्यापकों को दो से अधिक सीएल नहीं मिलेगी। जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि वह स्कूलों में हिदायतें जारी करके यह सुनिशिचत करवाएं कि कोई भी अध्यापक प्रति माह दाे अधिक छुटिट्यां न लें।

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डायरेक्टर शिक्षा ने इन आदेशों के पीछे की वजह भी बताई है। उनका कहना है कि विभाग के ध्यान में आया है कि सरकारी स्कूलों में अधिकतर शिक्षकों द्वारा अपनी कैजुअल लीव (इत्तेफाकिया छुटिटयां) खत्म करने के लिए साल के अंत में यानी की नवंबर व दिसंबर में ज्यादा छुट्टियां ली जाती है। हालांकि इन महीनों में पढ़ाई का जोर होता है। स्कूल स्टाफ द्वारा उक्त दाे महीनों में ज्यादा आकस्मिक अवकाश लेेने के कारण जहां स्कूल का प्रबंध चाने में परेशानी आती हैं, वहीं विद्यार्थियों की पढ़ाई का भी नुकसान होता है।

इस फैसले से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। डायरेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वह अपने अधीन आते स्कूलों में काम कर रहे सभी स्टाफ को हिदायत जारी करें कि वह प्रतिमाह नवंबर दिसंबर में दो से अधिक कैजुअल लीव लेने से गुरेज करें। उधर, सरकारी स्कूलों में तैनात कर्मचारियों के लिए यह फरमान किसी झटके से कम नहीं हैं। शिक्षकों ने डायरेक्टर शिक्षा विभाग पंजाब के इन आदेशों की आलोचना की है। उनका कहना है कि यह फैसला शिक्षकों का शोषण करने जैसा है।

कभी भी किसी शिक्षक को परिवार में किसी जरूरी कार्य, बीमारी या दुर्घटना की वजह से अचानक अवकाश लेने पड़ सकते हैं। शिक्षा विभाग को अपने इस फैसले को लेकर एक बार दोबारा से विचार करना चाहिए। बता दें कि सूबे में महिला शिक्षकाें को प्रति वर्ष बीस कैजुअल लीव मिलती है। जबकि पुरूष शिक्षकों को दस से बीस के बीच प्रति वर्ष कैजुअल लीव मिलती है। नई भर्ती वालों को साल में दस, जिन शिक्षकों की सर्विस दस साल से अधिक है, उन्हें पंद्रह और जिनकी बीस साल से अधिक सर्विस है, उनको बीस कैजुअल लीव मिलती हैं।

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