सेक्टर 32 में अब बरसाती पानी को बचाएंगे 13 रिचार्ज वेल
बरसाती सीजन में सेक्टर 32 की सड़कें हर साल बरसात के पानी से डूब जाती हैं।
राजेश भट्ट, लुधियाना
बरसाती सीजन में सेक्टर 32 की सड़कें हर साल बरसात के पानी से डूब जाती हैं। आसपास के इलाकों का बरसाती पानी सेक्टर 32 में ही जमा होता है। इस पानी से जहां लोगों को दिक्कत होती थी वहीं बड़ी मात्रा में यह पानी बर्बाद हो जाता था। लेकिन अब यह बरसाती पानी बर्बाद नहीं होगा बल्कि जमीन के अंदर जाकर भू-जल स्तर सुधारने में मदद करेगा। ग्रेटर लुधियाना एरिया डवलपमेंट अथॉरिटी (ग्लाडा) सेक्टर 32 में बरसाती पानी को जमीन के अंदर समाहित करने के लिए 13 रिचार्ज वेल बना रहा है। इन रेन वाटर हार्वेस्टिग वेलों का काम आखिरी चरण में है। अगले एक दो दिन में इनका काम पूरा हो जाएगा और इस बरसात में यह सभी वेल वर्किंग हो जाएंगे।
ग्लाडा ने शहर में करीब आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियां विकसित की थी। लंबे समय से इन कॉलोनियों में विकास कार्य नहीं हो रहे थे। इन इलाकों की सड़कें पूरी तरह से टूट चुकीं थी और पार्क भी जर्जर हैं। विधायक संजय तलवाड़ ने अपने हलके की कॉलोनियों में विकास कार्य करवाने के लिए ग्लाडा अफसरों पर दबाव बनाया। जिसके बाद ग्लाडा अफसरों ने वार्ड नंबर 16 के सेक्टर 32 और वार्ड नंबर 18 के सेक्टर 39 में विकास कार्य करवाने की योजना बनाई। सेक्टर 32 व 39 में ग्लाडा ने काफी विकास कार्य शुरू करवा दिए हैं और कुछ काम आखिरी चरण में हैं। वार्ड नंबर 16 के पार्षद उमेश शर्मा ने बताया कि सेक्टर 32 में ग्लाडा की तरफ से करीब 35 करोड़ रुपये के काम करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सेक्टर 32 में 13 रिचार्ज वेल बनाए जा रहे हैं। इस इलाके में बरसाती पानी जमा हो जाता था और उसके लिए यह रिचार्ज वेल बनाए गए हैं। यह सभी लगभग तैयार हैं और इस सीजन में बरसाती पानी बर्बाद नहीं होगा और जमीन के अंदर जाकर भू-जल स्तर सुधारने में मदद करेगा। इसके अलावा इलाके में आरसीसी व लुक वाली सड़कों का निर्माण भी किया जा रहा है। पार्कों को भी विकसित किया जा रहा है। वहीं वार्ड 18 के 39 सेक्टर में ग्लाडा विकास कार्य करवा रहा है। जिसके तहत पार्कों का निर्माण किया जा रहा है। ग्लाडा के एक्सईएन जसजोत सिंह ने बताया कि रिचार्ज वेल का काम लगभग पूरा है जबकि सड़कों का काम भी तेजी से करवाया जा रहा है। ग्लाडा की कॉलोनियों में लंबे समय से विकास नहीं हुआ था। सड़कें टूट चुकीं थी और वाटर लॉगिग बड़ी समस्या थी। ग्लाडा के पास फंड था तो उन्हें कहा गया कि वह अपनी विकसित की गई कॉलोनियों में विकास कार्य करवाएं। उसके बाद अफसरों ने एस्टीमेट तैयार करके यह काम शुरू करवाए हैं। रिचार्ज वेल बनाने से भू-जल स्तर को बचाने में काफी मदद मिलेगी।
संजय तलवाड़, विधायक।