होम आइसोलेट मरीजों के घर चेकिग करेगी रैपिड रिस्पांस टीमें
कोरोना वायरस के आ रहे मामलों में ज्यादातर मरीज ए सिम्टोमेटि व माइल्ड सिम्टम्स वाले हैं।
जासं, लुधियाना : कोरोना वायरस के आ रहे मामलों में ज्यादातर मरीज ए सिम्टोमेटि व माइल्ड सिम्टम्स वाले हैं। आइसीएमआर की नई गाइडलाइन के मुताबिक ए सिम्टोमेटिक व माइल्ड सिम्टोमेटिक मरीजों को अब होम आइसोलेशन की सुविधा दी जा रही है। ऐसे में सेहत विभाग ने अब होम आइसोलेशन लेने वाले मरीजों पर नजर रखने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों (आरआरटी) को जिम्मेदारी सौंपी है। वह मरीजों के यहां दौरा करेंगी। इस संबंध में सरकार ने सेहत विभाग को दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा है कि जिले के कोविड-19 के नोडल ऑफिसर होम आइसोलेशन लेने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज का नाम, पता व मोबाइल नंबर सहित पूरी जानकारी आरआरटी के नोडल ऑफिसर को देंगे। आरआरटी टीमें इन मरीजों की मॉनिटरिग करेंगी और उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी जुटाएंगी। इसके बाद वह इसकी सारी रिपोर्ट बनाकर अपने अधिकारियों को सौंपेगी। पता चला है कि कई क्वारंटाइन किए लोग या होम आइसोलेट हुए मरीज नियमों का पालन नहीं करते। ऐसे में उन पर निगरानी रखने के लिए ही यह फैसला किया गया है। इन गाइडलाइन की जांच करेंगी टीमें
-पहले दस दिनों में तीन बार आरआरटी टीम मरीज के घर जाएगी।
-पॉजिटिव मरीज पल्स ओम्सीमीटर, टेबलेट जिक, टेबलेट विटामिन सी व थर्मामीटर का इस्तेमाल कर रहे हैं या नहीं।
-कोरोना के ए सिम्टोमेटिक मरीज व उनके पारिवारिक सदस्यों में कोरोना के लक्षण तो नहीं आ रहे।
-अगर मरीज या परिवार के किसी सदस्य में लक्ष्ण दिखें तो उसे तुरंत एंबुलेंस से लेवल टू अस्पताल में भेजेंगे।
-मरीज गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहा तो उसकी जानकारी आरआरटी नोडल अफसर को देंगे।
-टेलीफोन से मरीजों से रोजाना बात करके फीडबैक लेंगे।