लुधियाना में नार्दन रेलवे मेंस यूनियन ने जताया विरोध, बोले- रेलवे स्टाप पर डिक्टेटरशिप चलाना चाहते हैं डीआरएम
नार्दन रेलवे मेंस यूनियन की ओर से डीआरएम के खिलाफ रोष जताया। स्टैंडिंग कमेटी में डिवीजन के कुछ ड्राइवरों के बड़गांव ट्रांसफर करने के मुद्दे पर यूनियन समर्थकों ने कहा कि जब तक तबादले का आदेश वापस नहीं लेते तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
लुधियाना, जेएनएन। नार्दन रेलवे मेंस यूनियन की ओर से डीआरएम के खिलाफ रोष जताया। यूनियन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि डीआरएम रेलवे स्टॉप पर डिक्टेटरशिप चलाना चाहते हैं। स्टैंडिंग कमेटी में डिवीजन के कुछ ड्राइवरों के बड़गांव ट्रांसफर करने के मुद्दे पर यूनियन समर्थकों ने कहा कि जब तक तबादले का आदेश वापस नहीं लेते तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
23 नवंबर से डीआरएम फिरोजपुर के विरोध में प्रदर्शन की मुहिम शुरू की गई थी उसे जारी रखते हुए पूरे फिरोजपुर डिवीजन की समस्त लाबियों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। लुधियाना लोको लाबी में डीआरएम फिरोजपुर डटकर मुर्दाबाद की गई और लगातार इस मुद्दे का हल ना होने तक निरंतर डीआरएम मुर्दाबाद की जाएगी। इस रोष प्रदर्शन मीटिंग में कामरेड घनश्याम ने चेतावनी देते हुए कहा कि मजदूरों पर अपनी मनमर्जी से कोई भी आफिसर धक्काशाही नहीं कर सकता। डिविजनल प्रेसिडेंट कामरेड कुलविंदर सिंह ग्रेवाल ने डीआरएम की फसलों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि अगर इस मुद्दे का हाल ना हुआ इस संघर्ष को तीव्र करते हुए डिवीजन के सभी आफिसरों का घेराव भी किया जाएगा।
कामरेड राजेश बग्गा ने एनआरएमयू के इतिहास के बारे में बताते हुए कहां कि जब जब भी किसी भी आफिसर ने मजदूरों के साथ धक्का करने की बात की है एनआरएमयू ने डटकर उसका विरोध किया है। गौरव शर्मा ने कहा कि नागपुर रेलवे मेंस यूनियन की मीटिंग में यह निर्णय ले लिया गया है कि जब तक दिया राम अपने फैसले को वापस नहीं ले लेते तब तक दयाराम के खिलाफ विरोध जारी रहेगा। मीटिंग की प्रधानगी आरके सूद ने की। इस मौके पर कामरेड गुरुदेव, कामरेड घरचा, कामरेड नरेंद्र, कामरेड राजेश्वर, कामरेड हर्ष और कामरेड गौरव शर्मा ने अपने साथियों के साथ हिस्सा लिया।