गुरु के सिद्धांतों पर अमल किए बिना नहीं गुजारा: परमजीत सिंह खालसा
धन धन श्री गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाश पर्व को समर्पित गुरूदुवारा सिंह सभा कालेज रोड़ दाखा में तीन दिवसीय महान कथा कीर्तन और अमृत संचार समागम करवाए गए।
संवाद सहयोगी, मुल्लांपुर दाखा : गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को समर्पित गुरुद्वारा सिंह सभा कॉलेज रोड़ दाखा में तीन दिवसीय महान कथा कीर्तन और अमृत संचार समागम करवाए गए। इन समागमों के दौरान सिख पंथ के महान प्रचारक भाई परमजीत सिंह जी खालसा आनंदपुर साहिब वालों ने संगतों को गुरु शबद और इतिहास के साथ जोड़ते हुए कहा कि गुरु के सिद्धांतों पर अमल किए बिना प्राणी का गुजारा नहीं होता। क्योंकि गुरु ही है जो जिदगी जीने का असली रास्ता बताता है। उन्होंने कहा कि हर प्राणी को चाहिए कि वह अपने धर्म में दृढ हो और उस पर सच्चे दिल से पहरा दे। भाई खालसा ने संगतों को अमृत समय संभालने के लिए जोर देते हुए कहा कि यह समय नित्य नियम के लिए सबसे उत्तम है क्योंकि गुजरा समय हाथ नहीं लगता। मनुष्य जन्म ही एक मात्र ऐसा जन्म है जो 84 लाख योनी भोगने के बाद नसीब होता है। इसलिए मानव जन्म की कद्र करते हुए नाम जप कर काम करके और बांटकर छकने से जीवन सफल हो सकता है। भाई खालसा के जत्थे के पांच प्यारों की ओर से तीस प्राणियों को अमृत छकाया गया और उनको अमृत की शक्ति और इसके नियमों की पालना करने को कहा। रागी जत्थे ने कीर्तन की सेवा निभाई
इन समागमों दौरान गुरुद्वारा साहिब के हजूरी रागी भाई जसप्रीत सिंह के जत्थे के अलावा श्री गुरु अर्जुन देव जी सुखमनी साहिब सेवा सोसायटी के जत्थे ने कीर्तन की सेवा निभाई। समागमों के दौरान गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवक हरभजन सिंह सेखों, ज्ञानी हरकेवल सिंह, समाजसेवी कुलदीप सिंह ईस्सेवाल, भाई गगनवीर सिंह दमदमी टकसाल, जेपी सिंह, रघबीर सिंह औलख और इंदरजीत सिंह का विशेष योगदान रहा। यहां धनवंत सिंह सेखों, भाई सुरिदर सिंह, जगतार सिंह धालीवाल, रछपाल सिंह बराड़, सुखदेव सिंह, हरजीत सिंह सेखों, रविदर सिंह और मास्टर सुरिदरपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।