शिक्षक बोले, नई शिक्षा नीति मानव विकास की जगह साम्राज्यीय नीतियों की पैदाइश
डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट पंजाब की जिला लुधियाना इकाई की ओर से शहीद नछतर सिंह यादगारी हाल में नई शिक्षा नीति 2020 बनाम स्कूली शिक्षा उच्च शिक्षा के विषय पर मीटिंग की गई। जिला कमेटी सदस्य व प्रसिद्ध रंगकर्मी सुरिदर शर्मा के मंच संचालन में शिक्षा शास्त्री प्रो. कंवलजीत सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में संवाद किया।
जागरण संवाददाता, जगराओं : डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट पंजाब की जिला लुधियाना इकाई की ओर से शहीद नछतर सिंह यादगारी हाल में नई शिक्षा नीति 2020 बनाम स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा के विषय पर मीटिंग की गई। जिला कमेटी सदस्य व प्रसिद्ध रंगकर्मी सुरिदर शर्मा के मंच संचालन में शिक्षा शास्त्री प्रो. कंवलजीत सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में संवाद किया। इस मौके पर प्रधानगी मंडल में प्रिं जगजीत सिंह बराड़ खालसा कालेज सुधार, डा. बलदेव सिंह पूर्व डायरेक्टर शिक्षा विभाग, डा. गुरकंवल सिंह डिप्टी डायरेक्टर हार्टीकल्चर पंजाब, प्रो. वरुण गोयल, प्रो. कर्म सिंह संधू, प्रधानगी मंडल में थे।
प्रो. कंवलजीत सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति मानव विकास की जगह साम्राज्यीय नीतियों की पैदाइश है। शिक्षा अब व्यापार पर मुनाफे का साधन है। शिक्षा विचारी तां परोपकारी की जगह कारपोरेटों के लिए मुनाफा का धंधा बना दिया गया है। प्रो. वरुण गोयल ने कहा कि मैंने पहली बार नई शिक्षा नीति का इतना शानदार व आलोचनात्मक विश्लेषण सुना है। इस मौके पर तर्कशील विद्वान मास्टर सुरजीत दौधर, वरुण गोयल, जगजीत सिंह बराड़, गुरमेल सिंह भरोवाल ने चर्चा में भाग लिया।
समारोह में रमनजीत संधू, हरिदर मंडियानी, कुलविदर छोकरां, नवगीत सिंह, कुलदीप सिंह गुरुसर, बलबीर बासी, जंगपाल सिंह, उपकार सिंह, धर्म सिंह सुजापुर, प्रगट सिंह, हरभजन सिंह, बलराज सिंह, कर्मजीत सिंह, राजविदर सिंह, जसवीर सिंह बसियां, गुरमीत सिंह, दलजीत सिंह, कुलवंत सिंह, बलविदर सिंह, हरबंस सिंह, लेक्चरर अवतार सिंह, गुरप्रीत सिंह, कंवलजीत खन्ना, डा. साधु सिंह, गुरजीत सहोता व इंद्रवीर कौर, कर्मजीत कौर, कुलदीप कौर सहित उपस्थित थे।