न राशन मिला और ना ही ट्रेन, गुस्साए मजदूरों ने थाने के बाहर किया हंगामा
श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें न राशन मिल रहा है और न ही उन्हें टिकट मिलने के बावजूद जाने दिया जा रहा है।
जासं, लुधियाना
एक तरफ जिला प्रशासन प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजने में लगा है, वहीं दूसरी तरफ जरूरतमंदों को राशन वितरित किया जा रहा है। जबकि, श्रमिकों का आरोप है कि यहां पर न तो उन्हें राशन मिल रहा है और न ही उन्हें टिकट मिलने के बावजूद ट्रेन में भेजा जा रहा है। इससे गुस्साए श्रमिकों ने मंगलवार को बस्ती जोधेवाल थाने के बाहर जमकर हंगामा किया। श्रमिकों को सड़क से हटाने के लिए पुलिस को हलका बल प्रयोग भी करना पड़ा।
श्रमिकों का आरोप है कि वह 1905 पर कॉल करके राशन बुक करवाते हैं और जब उन्हें मैसेज आता है कि वह थाने से जाकर राशन ले लें तो वह थाने में आते हैं। यहां एक व्यक्ति सिविल ड्रेस में है जो कि राशन देने में आना कानी करता है। जिसकी वजह से श्रमिक परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ बस्ती जोधेवाल में श्रमिकों का पिकअप प्वाइंट बनाया गया है। श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें यहां से बस में बैठाकर गुरुनानक स्टेडियम ले जाया गया और वहां जाकर उनके टिकट वापस ले लिए और फिर से यहीं छोड़ दिया। जिसकी वजह से वह अपने घर भी नहीं जा सके। श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें जानबूझकर परेशन किया जा रहा है। जिसकी वजह से उन्हें मजबूर होकर यह प्रदर्शन करना पड़ा।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन में एक साथ 1200 लोगों के जाने की क्षमता है। पहले दिन कम श्रमिक पहुंचे थे, जिसके बाद 1400 श्रमिकों को बुलाया जाता है, ताकि गाड़ी खाली न जाए। जो श्रमिक जाने से रह जाते हैं उन्हें अगली गाड़ी से भिजवाने की व्यवस्था की जाएगी।