नशा तस्करी के मामले में पेशी भुगतने के बाद आरोपित हुआ बेहोश, अस्पताल से फरार
स्थानीय कोर्ट कांप्लेक्स में नशा तस्करी के मामले में पेशी भुगतने आए व्यक्ति की अचानक हालत बिगड़ गई। उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
जेएनएन, लुधियाना। स्थानीय कोर्ट कांप्लेक्स में नशा तस्करी के मामले में पेशी भुगतने आए व्यक्ति की अचानक हालत बिगड़ गई। उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। देर शाम को वह फरार हो गया। मृतक की पहचान जगजीत सिंह निवासी सिधवां बेट के तौर पर हुई है। उसके खिलाफ थाना सिधवां बेट में ही 2017 में नशा तस्करी का मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने उसे नशे के साथ पकड़ा था और वह जमानत पर चल रहा है। वीरवार को एडिशनल सेशन जज राजीव बेरी की कोर्ट में वह पेशी भुगतने आया था। दोपहर करीब एक बजे जैसे ही वह तारीख भुगतकर कोर्ट रूम से बाहर निकला तो वो बेहोश होकर गिर गया। उसे गंभीर हालत में चौकी कोर्ट कांप्लेक्स के कर्मचारी सिविल अस्पताल ले गए। उसे इमरजेंसी में दाखिल करवाया गया। शाम तक उसे होश नहीं आया था और उसके परिजन भी अस्पताल नहीं पहुंचे। सिविल अस्पताल प्रबंधन ने उसे लावारिस मरीजों के वार्ड में शिफ्ट कर दिया। वहां पर उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी और वह पता नहीं कब अस्पताल से फरार हो गया।
बता दें कि सिविल अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की हद इतनी है कि जगजीत देर शाम वार्ड से ही लापता हो गया। यह जांच करनी अभी बाकी थी कि उसने क्या खाया था जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। पहले पुलिस ने और फिर अस्पताल प्रबंधन ने दिखाई लापरवाही आरोपित जगजीत की हालत नाजुक बनी हुई थी। मगर पुलिस ने उसके परिवार तक पहुंच करने का प्रयास तक नहीं किया और उसे अस्पताल में छोड़कर चले गए। दूसरी तरफ गंभीर हालत में अस्पताल प्रबंधन ने भी उसे बेसहारा मरीजों के कमरे में शिफ्ट कर दिया, जबकि उसे रेफर करना जरूरी था। कारण यही था कि उसके साथ कोई नहीं था, उसे किसके सहारे शिफ्ट किया जाता। सिविल अस्पताल में इमरजेंसी मेडिकल अफसर गुरचरण सिंह मोंगा का कहना है कि उसके इलाज के बाद ही पूरा पता लग सकता है कि आखिर वह क्यों बेहोश हुआ।