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बुड्ढा दरिया का काला पानी को देख बोले चेयरमैन जसबीर- सुधर जाओ, तीन करोड़ मंथली पेनाल्टी रोक कर बैठा हूं

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल मानिटरिंग कमेटी आज नौ महीने के बाद लुधियाना में आई। कमेटी बुड्ढा दरिया में फैल रहे प्रदूषण को लेकर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी करने आई थी। जस्टिस जसबीर सिंह संत सींचेवाल बाबू राम एससी अग्रवाल पीएयू के शटन हाउस पहुंचे।

By Vinay KumarEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 04:19 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 08:02 PM (IST)
बुड्ढा दरिया का काला पानी को देख बोले चेयरमैन जसबीर- सुधर जाओ, तीन करोड़ मंथली पेनाल्टी रोक कर बैठा हूं
लुधियाना में पहुंचे एनजीटी कमेटी के अफसर बातची करते हुए। (जागरण)

लुधियाना, जेएनएन। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल मानिटरिंग कमेटी ने नौ महीने बाद शहर में दस्तक दी। कमेटी ने जिला प्रशासन, नगर निगम व पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों के साथ बुड्ढा दरिया में फैल रहे प्रदूषण को लेकर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। कारकस प्लांट के निर्माण और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों के अपग्रेडेशन में हो रही देरी पर कमेटी के चेयरमैन ने निगम अफसरों की जमकर क्लास लगाई। वहीं बुड्ढा दरिया के किनारे बनाए गए माइक्रो फारेस्ट और फ्लोटिंग ड्रम ब्रिज पर अफसरों को शाबाशी दी। जैनपुर में बुड्ढा दरिया के काले पानी को देखकर कमेटी के चेयरमैन रिटायर जस्टिस जसबीर सिंह ने निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल को धमकी भरे लहजे में कहा कि बुड्ढा दरिया की सेहत सुधार लो तीन करोड़ रुपये की मंथली पैनल्टी रोक के बैठा हूं। अगर हालात नहीं सुधरे तो यह पैनल्टी लगनी शुरू हो जाएगी। जिस पर निगम कमिश्नर ने कमेटी को आश्वासन दिया कि बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए निगम तेजी से सुधार कर रहा है।

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जस्टिस जसबीर सिंह, संत सींचेवाल, बाबू राम, एससी अग्रवाल व अन्य सदस्य सबसे पहले पीएयू के शटन हाउस पहुंचे। वहां से उन्होंने अफसरों को कहा कि कारकस प्लांट देखने जाना है। उसके बाद जस्टिस जसबीर सिंह पूरे लाव लश्कर के साथ नूरपुर बेट स्थित निर्माणाधीन कारकस प्लांट देखने पहुंचे। जाते ही कारकस प्लांट का निर्माण कार्य देखते हुए उन्होंने निगम अफसरों को कहा कि 30 नवंबर तक यह पूरा हो जाएगा। जिस पर अफसरों के मुंह खुले के खुले रह गए। नगर निगम के एसई प्रोजेक्ट राहुल गगनेजा कोविड का बहाना बना रहे थे तो उन्होंने कह दिया कि कोविड की वजह से तीन महीने का टाइम बढ़ा दिया था और उसे नवंबर कर दिया था। अफसर वहां फरवरी तक का टाइम मांगने लगे। जिस पर उन्होंने कह दिया कि नवंबर के बाद निगम को एक लाख रुपये प्रति माह जुर्माना देना होगा।

उसके बाद उन्होंने जैनपुर का दौरा किया जहां दरिया के पानी को देखकर सभी सदस्यों ने नाखुशी जाहिर की। उसके बाद कमेटी ने स्लाटर हाउस, माइक्रो फाेरेस्ट, फ्लोटिंग ड्रम ब्रिज का जायजा लिया। जस्टिस जसबीर सिंह ने निगम कमिश्नर को कहा कि 31 मार्च 2021 तक सीवरेज का पानी दरिया में गिरना बंद नहीं हुआ तो जुर्माना भरने के लिए तैयार रहें। इसके अलावा बुड्ढा दरिया के किनारे के सुंदरीकरण का काम भी जल्दी से जल्दी शुरू करने के निर्देश दिए।


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