शहर के गीले कूड़े से बनी जैविक खाद से फसल होगी सेहतमंद
आपके घरों से निकलने वाला कूड़ा अब सूबे के अलग-अलग जिलों में फसल को सेहतमंद बनाएगा।
राजेश भंट्ट, लुधियाना
आपके घरों से निकलने वाला कूड़ा अब सूबे के अलग-अलग जिलों में फसल को सेहतमंद बनाएगा। नगर निगम के मुख्य कूड़ा डंप में कचरा प्रबंधन करने वाली कंपनी ने कंपोस्ट खाद बनानी शुरू कर दी है। इस प्लांट में बनने वाली खाद पूरी तरह जैविक होगी जो खेती की सेहत के लिए भी फायदेमंद होगी। शहर के गीले कूड़े से बनी यह खाद अब विभिन्न जिलों में जाने लग गई है। शहर में कूड़ा प्रबंधन का काम कर रही कंपनी एटूजेड ने खाद नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड को यह खाद बेचनी शुरू कर दी है। अब तक 3500 टन से ज्यादा खाद मोगा, मोरिडा, जगराओं समेत अलग-अलग स्थानों पर भेजी जा चुकी है।
लुधियाना शहर से प्रतिदिन 500 से 600 टन गीला कूड़ा निकलता है जो प्रति माह 15 हजार से 18 हजार टन हो जाता है। इसे कंपोस्ट प्लांट के अलग-अलग पिट में डाला जाता है। कंपोस्ट प्लांट में गीले कूड़े से खाद बनने में 30 से 40 दिन का वक्त लगता है। कंपोस्ट प्लांट में हर माह 1500 टन के करीब जैविक खाद का निर्माण किया जा रहा है। एटूजेड ने खाद खरीदने के लिए टेंडर जारी किया तो नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड ने इस टेंडर को ले लिया। एनएफएल एटूजेड से सालाना करीब 45 हजार टन जैविक खाद खरीदेगी जिसकी कीमत करीब 1.60 करोड़ रुपये होगी जबकि अन्य निजी कंपनियां भी अब खाद खरीदने के लिए एटूजेड से संपर्क साधने लगी हैं। जो किसान खुद खाद खरीदना चाहता है तो वह भी प्लांट में जाकर इस जैविक खाद को ले सकता है। इसके अलावा अगर शहरवासी किचन गाडर्निग व फूलों के लिए इस खाद को 3.50 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीद सकेंगे। पूरे मानकों के साथ तैयार की जा रही खाद: विशांत चौधरी
एटूजेड कंपनी के लुधियाना इंचार्ज विशांत चौधरी ने बताया कि कंपोस्ट प्लांट पूरे मानकों के साथ तैयार की जा रही है जो पूरी तरह से जैविक खाद होगी। उन्होंने कहा कि उनके प्लांट की क्षमता प्रति दिन औसतन 50 टन जैविक खाद तैयार करने की है। उन्होंने बताया कि पहले यह कूड़ा आरडीएफ में बदला जाता था। जो कि सीधे तौर पर बर्बाद होता था। निगम लोगों को घर में खाद बनाने के लिए प्रेरित कर रहा
नगर निगम लगातार शहर में लोगों को घरों में कूड़ा सेग्रीगेशन के लिए प्रेरित कर रहा है। निगम लोगों को यह भी कह रहा है कि वह अपने घरों में कंपोस्ट पिट बनाएं और जैविक खाद तैयार करे और उस खाद को अपने घर में किचन गार्डन व फूलों में प्रयोग करें। इस साल निगम ने 30 हजार घरों में कंपोस्ट पिट बनवाने का लक्ष्य रखा है।