नगर निगम ने ग्रैंड मैनर होम्स किया सील, कहा- काम शुरू किया तो होगी कानूनी कार्रवाई
नगर निगम अफसरों को दोबारा काम शुरू होने की सूचना मिली तो उन्होंने ग्रैंड मैनर होम्स को सील कर दिया है।
जेएनएन, लुधियाना। गिल रोड पर आरके बिल्डर की तरफ से बनाए जा रहे ग्रैंड मैनर होम्स के निर्माण में हुई धांधलियों की जांच रिपोर्ट स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पास पहुंच चुकी है, लेकिन अभी तक मंत्री ने इस रिपोर्ट को उजागर नहीं किया। मंत्री ने जांच रिपोर्ट सामने आने तक निर्माण कार्य रोकने के आदेश दिए थे। इसके बावजूद वहां पर धड़ल्ले से निर्माण चलता रहा। मामला मंत्री तक पहुंचा तो निगम अफसरों ने ग्रैंड मैनर होम्स में निर्माण कार्य रुकवाया। इसके बाद भी बिल्डर ने काम नहीं रोका और निर्माण जारी रखा। निगम अफसरों को दोबारा काम शुरू होने की सूचना मिली तो उन्होंने ग्रैंड मैनर होम्स को सील कर दिया है। अफसरों ने साफ कर दिया कि इसके बाद भी अगर काम होता रहा तो बिल्डर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई स्थानीय निकाय विभाग के आदेशों पर की गई है। आरके बिल्डर्स की तरफ से बनाए जा रहे फ्लैटों की शिकायत पिछले साल स्थानीय निकाय मंत्री के पास पहुंची थी। शिकायत में सीएलयू में गड़बड़ी के साथ-साथ बिल्डिंग प्लान में खामियां बताई गई थीं, जिसके बाद स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मामले की जांच नगर निगम के डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों को सौंपी।
फरवरी में डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों ने जांच रिपोर्ट स्थानीय निकाय मंत्री को सौंप दी। जांच रिपोर्ट में कई खामियां सामने आई हैं, जिसमें सीएलयू और अन्य तरह की खामियां सामने आई हैं। यही नहीं रिपोर्ट में कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु समेत अफसरों के नाम भी सामने आए। स्थानीय निकाय मंत्री ने अभी तक रिपोर्ट को सार्वजनिक करके कार्रवाई शुरू नहीं की। उधर, निगम अफसरों ने कहा कि निर्माण कार्य पर नजर रखी जाएगी।
गेट कर दिया है सील, काम शुरू करने पर होगी कार्रवाई
जोन सी के एटीपी हरविंदर सिंह हनी का कहना है कि आरके बिल्डर के ग्रैंड मैनर होम्स में निर्माण कार्य रुकवाया गया था। सूचना मिली की वहां पर फिर से काम शुरू कर लिया गया है। इसलिए अब ग्रैंड मैनर होम के गेट को सील कर दिया गया है। इसके बाद भी अगर काम होता है तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
दैनिक जागरण ने मामले को किया था उजागर
डीसीएपी की रिपोर्ट में सीएलयू समेत अलग- अलग तरह की खामियां सामने आई हैं। स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पास रिपोर्ट फरवरी में पहुंच चुकी है। हालांकि दैनिक जागरण इस मामले को फरवरी माह में ही उजागर कर चुका है। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने इस मामले को विधानसभा में उठाया। पार्टी ने राज्यपाल को भी ज्ञापन दिया। आप ने मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए गिरफ्तारियां भी दीं।