बड़े काम का है ये 'मदर इन लॉ', घर में रखें और लीजिए राहत भरी सांसें
मदर इन लॉ टंग एक ऐसा पौधा है, जो घर के अंदर के प्रदूषण को कम करता है और ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है।
लुधियाना, आशा मेहता। अगर आप गृहिणी हैं और घर की चारदीवारी के भीतर किसी न किसी बीमारी से घिरी रहती हैं तो आपको 'मदर इन लॉ टंग प्लांट' इस सबसे छुटकारा दिला सकता है। मदर इन लॉ टंग एक ऐसा पौधा है, जो घर के अंदर के प्रदूषण को कम करता है और ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) का डिपार्टमेंट ऑफ फ्लोरीकल्चर एंड लैंड स्केपिंग इस पौधे खूबियों पर शोध कर रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार मदर इन लॉ टंग प्लांट से भरपूर ऑक्सीजन मिलती है।
डिपार्टमेंट ऑफ फ्लोरीकल्चर एंड लैंड स्केपिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आरके दूबे के अनुसार पीएयू को साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से वर्टिकल गॉडर्निंग और वातावरण को शुद्ध करने के लिए सजावटी पौधों की भूमिका को लेकर तीन वर्षीय प्रोजेक्ट मिला है। इसके तहत वह मदर इन लॉ टंग सहित कुछ अन्य पौधों पर शोध कर रहे हैं। शोध का एक साल पूरा हो चुका है।
हालांकि, पहले साल के शोध के निष्कर्षों को अभी सार्वजनिक नहीं कर सकते, लेकिन नासा व विदेश में हुए शोध के अनुसार मदर इन लॉ टंग प्लांट लिविंग प्यूरीफायर है। डॉ. दूबे के अनुसार यह सदाबहार पौधा है। किसी भी समय लगाया जा सकता है। खास बात यह है कि यह जीरो मेनटेनेंस है। इसके पत्ते पर वैक्स की रोटिंग होती है, जिसकी वजह से पानी व खुराकी तत्व की डिमांड भी कम होती है। इसके पत्तों को काट कर लगाया जा सकता है।
ये हैं खूबियां
इसके पत्ते का आकार व किनारे काफी तीखे होने की वजह से इसे मदर एंड लॉ टंग कहा जाता है। इसके इस्टोमेटा (सांस लेने के छिद्र) रात में ज्यादा अच्छे से खुलते हैं। यह प्लांट पत्तों के जरिये अपने अंदर गैसों को सोख कर उसके प्रभाव को कम करता है। खासकर यह डस्ट पॉल्यूशन को कम करने में सहायक है। क्योंकि इसके पत्तों में मौजूद वैक्स में डस्ट चिपक जाती है। घरों में जब व्हाइट वॉश, पेंट या फर्नीचर पर पेंट होता है, तो उस दौरान जो रसायनिक गैसें निकलती है उसे यह प्लांट सोख कर उसके प्रभाव को कम करता है। अगर बेडरूम में छह से आठ प्लांट रख दिए जाते हैं, तो यह कमरे की ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा कर देते हैं। इसे बेडरूम प्लांट भी कहते हैं।
घर में 83.33 फीसद तक रहता है ऑक्सीजन का स्तर
पीएयू के डिपार्टमेंट ऑफ फैमिली रिसोर्स मैनेजमेंट की ओर से पांच साल पहले भी मदर इन लॉ टंग सहित अन्य इंडोर प्लांट्स को लेकर शोध किया गया था। वैज्ञानिकों ने पाया था कि जिन घरों में मदर इन लॉ टंग को रखा जाता है, वहां कार्बन डाइऑक्साइड की मौजूदगी बहुत कम आंकी गई थी। शोध के तहत शहर के 60 घरों को शामिल कर दो हिस्सों में बांटा गया था।
एक हिस्सा वह था, जिसमें घरों में इंडोर प्लांट लगाए गए थे और दूसरा हिस्सा वह था, जिसमें इंडोर प्लांट नहीं थे। तीस घरों में इंडोर प्लांट्स के तौर पर मदर इन लॉ टंग के साथ-साथ स्पाइडर प्लांट, बोस्टन फर्न, इंग्लिश आइवी सहित कई अन्य पौधे रखे गए थे। प्लांट्स वाले कमरों में ऑक्सीजन का स्तर 83.33 फीसद था, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड सिर्फ 17 फीसद पाया गया था, जबकि जिन घरों में इंडोर प्लांट्स नहीं थे, वहां ऑक्सीजन का स्तर 54 से 70 फीसद के बीच आंका गया। यहां कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर ऊंचा था।