परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर लगाया बच्चा बदलने का आरोप
जागरण संवाददाता, लुधियाना: सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में भर्ती एक प्रसूता के परिजना
जागरण संवाददाता, लुधियाना: सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में भर्ती एक प्रसूता के परिजनों ने स्टाफ पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया है। प्रसूता की सास व पति ने इसकी शिकायत सेहत विभाग की मेडिकल हेल्प लाइन पर दर्ज करवाई है। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि इस मामले की शिकायत करने के लिए पुलिस चौकी भी गए थे,लेकिन वहां उनकी शिकायत नहीं दर्ज की गई।
जानकारी के मुताबिक,जालंधर बाईपास स्थित अजीत नगर निवासी संजीव कुमार ने बताया कि उन्होंने पत्नी सीमा को 31 अगस्त को सुबह साढ़े चार बजे डिलीवरी के लिए मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में भर्ती करवाया था। उसकी डिलीवरी करीब सुबह साढ़े दस बजे हुई। डिलीवरी होने के करीब डेढ़ घंटे बाद उन्हें बताया गया कि उनको बेटी हुई है। उसके बाद उन्हें बच्ची को सौंप दिया गया, जबकि उनकी पत्नी के साथ दो अन्य महिलाओं की डिलीवरी भी हुई थी। उक्त महिलाओं को डिलीवरी के पंद्रह से बीस मिनट बाद ही शिशु दे दिया गया था। संजीव ने आरोप लगाया कि उन्हें संदेह है कि उनकी पत्नी को बेटा हुआ था और उनका बच्चा बदला गया है। बच्चा बदले जाने की शिकायत करने के लिए शुक्रवार दोपहर को सिविल अस्पताल की पुलिस चौकी में गए थे। लेकिन चौकी इंचार्ज न होने की बात कहकर लौटा दिया गया। उन्होंने कहा कि वह दी गई बच्ची उनका और पत्नी का डीएनए टेस्ट कराना चाहते है। बताते चले कि पैंतीस वर्षीय प्रसूता सीमा के दो बेटियां है।
एसएमओ ने नकारे आरोप
एसएमओ डॉ. कुलविंदर सिंह ने कहा कि यह मुमकिन नहीं है कि अस्पताल में बच्चा बदला जाएं। क्योंकि शिशु के जन्म से लेकर उसे परिजनों को सौंपे जाने तक उनके डॉक्टरों व स्टाफ द्वारा काफी ध्यान दिया जाता है। लेकिन फिर भी परिजनों को यदि संदेह है,तो वह लिखित शिकायत दें। वह मामले की जांच करवाएंगे।