6 महीने से बंदरों ने मचाया आतंक, कुत्तों की भी लगवा रहे दौड़
शहर में करीब 6 महीने से बंदरों ने दहशत मचाई हुई है लेकिन वन और जंगली जीव विभाग ने इनको पकड़ने में लापरवाही दिखा रहा व अधिकारी आखें बंद किए बैठे है।
संवाद सहयोगी, समराला: शहर में करीब 6 महीने से बंदरों ने दहशत मचाई हुई है। लेकिन वन्य विभाग इनको पकड़ने में लापरवाही दिखा रहा है। अधिकारी आखें बंद किए बैठे है। बंदर मेन चौक के बस स्टैंड के साथ-साथ कई मोहल्लों में दहशत फैला रहे है। जब इनको खाने के लिए कुछ नहीं मिलता तो यह शहर निवासियों पर हमला करने से गुरेज नहीं करते। कई बार तो ये कुत्तों के झुंड को भी अपना शिकार बना लेते है। कुत्तों को भी अब तो अपनी जान बचानी मुश्किल हो जाती है। यह बंदर शहर से लगती गढ़ी पुल के साथ लगती सर¨हद नहर के जंगलों से यहां आ रहे है। इनकी दिन-ब दिन संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन वन्य विभाग का पता ही नहीं है कि क्या कर रहा है। शहर निवासी सतनाम के मुताबिक उस पर दफ्तर के बाहर बंदर ने हमला कर दिया। उसके बाद वह दफ्तर जाने से घबरा रहा है। इस बारे में डीएफओ वाइल्ड लाइफ फिल्लौर ने कहा कि ज्यादातर देखने में आया है कि लोग बंदरों के छोटे बच्चों को बाहर से लाकर घर में पालते हैं। लेकिन बडे़ होकर यह खूंखार हो जाते है तो इनको शहर में ही छोड़ देते हैं। जब उनको खाना नहीं मिलता तो वह लोगों पर हमला कर देते है। बंदर को न दे खाने का सामान सुखपाल सुखा का कहना है कि बंदरों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। खाने के लिए वह बच्चों पर भी हमला कर देते है। उन्होने शहर के लोगों से अपील की है कि इनको खाना न डाले ताकि यह शहर में से वापस चले जाए। कुत्तों से भी नहीं डर रहे बंदर पानी वाली टंकी के नजदीक के सु¨रदरपाल ¨सह ढिल्लों का कहना है कि पिछले दिन 6-7 आवारा कुत्तों पर भी बंदर ने हमला कर दिया था। जब बंदरों को भगाने की कोशिश की तो बंदरों ने भागने की मुझ पर ही हमला कर दिया।
विभाग लगाएगा fपजरें: डीएफओ
डीएफओ का कहना है कि इनको पकड़ने के लिए जल्द ही विभाग fपजरें लगाने जा रहा है। उन्होने कहा कि समराला में बंदरों की दहशत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अब मामला ध्यान में आते ही इनको ¨पजरे लगा कर काबू किया जाएगा।