किसानों की मांगें स्वीकार करें पीएम मोदी : बीबी जगीर कौर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की प्रधान बीबी जगीर कौर ने कहा कि सिख कौम श्री गुरु गोबिद सिंह जी के चार साहिबजादों माता गुजरी जी और अनेकों सिंहों की शहादत का पखवाड़ा मना रही है।
जेएनएन, श्री माछीवाड़ा साहिब : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की प्रधान बीबी जगीर कौर ने कहा कि सिख कौम श्री गुरु गोबिद सिंह जी के चार साहिबजादों, माता गुजरी जी और अनेकों सिंहों की शहादत का पखवाड़ा मना रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन शहीदों की शहादत के आगे नतमस्तक होकर आंदोलन कर रहे किसानों की मांगें मानकर एक सच्ची श्रद्धांजलि दें। माछीवाड़ा के ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री चरन कंवल साहिब में पहुंची बीबी जगीर कौर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पास किए कानूनों को विश्व भर में मानवीय अधिकारों पर हमला समझा जा रहा है। इसलिए सरकार किसानों की मांगें मानें। आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को एसजीपीसी की ओर से एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है। साथ ही सिंधू बार्डर पर डटे किसानों की भी कमेटी हर संभव सेवा कर रही है।
पिछले कई महीनों से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब कार्यकारी तौर पर कार्य कर रहे हैं। जत्थेदार की पक्के तौर पर नियुक्ति के बारे में सवाल पूछे जाने पर बीबी जगीर कौर ने कहा कि यह बहुत बड़ा फैसला है और इस पद पर विराजमान व्यक्ति सैद्धांतिक तौर पर परिपक्व होना चाहिए। इसीलिए प्रक्रिया मुकम्मल होने में समय लग रहा है। हालांकि जल्दी ही इस पद पर पक्की नियुक्ति की जाएगी। इस मौके उन के साथ हलका मुख्य सेवादार जत्थेदार संता सिंह उमैदपुर, स्त्री विग की राष्ट्रीय महासचिव बीबी बलजिदर कौर खीरनिया, पूर्व विधायक जगजीवन सिंह खीरनिया, रणजीत सिंह मंगली, बीबी हरजतिदर कौर पवात, दविदर सिंह खट्टड़ा, करनैल सिंह पंजोली, रघवीर सिंह सहारनमाजरा, जरनैल सिंह डोगरां वाला (सभी एसजीपीसी मेंबर), मैनेजर सरबदयाल सिंह भी मौजूद थे।
श्री गुरू ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों के बारे स्थिति की स्पष्ट
बीबी जगीर कौर ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पवित्र स्वरूपों के मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब के लिए स्वरूपों के लिए गायब शबद नहीं कह सकते। पिछले समय शिरोमणि कमेटी के कुछ मुलाजिमों ने रिकार्ड में दर्ज किए बिना ही 328 स्वरूप विभिन्न धार्मिक स्थानों को भेंट कर दिए थे। इसके बाद कुछ व्यक्तियों ने इसे गलत रंगत दे दी।