वेरका मिल्क प्लांट में गैस लीक, देरी से पहुंची एंबुलेंस और फायर बिग्रेड
लुधियाना के वेरका मिल्क प्लांट में उस समय भगदड़ मच गई जब यहां प्लांट में अमोनिया गैस के लीक होने की सूचना फैली।
जासं, लुधियाना : लुधियाना के वेरका मिल्क प्लांट में उस समय भगदड़ मच गई, जब यहां प्लांट में अमोनिया गैस के लीक होने की सूचना फैली। प्लांट की टीम ने तुरंत इसकी सूचना सुरक्षा टीमों और जिला प्रशासन को दी। फिर राहत कार्य शुरू करते हुए घटना पर काबू पाते हुए प्लांट में मौजूद 135 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया पर ट्रैफिक जाम के कारण एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी देरी से पहुंची।
दरअसल यह कोई वास्तविक दुर्घटना नहीं थी, बल्कि ऐसी परिस्थितियों पर काबू पाने के लिए रिहर्सल की गई थी। यह मॉकड्रिल पंजाब पुलिस की एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई। मॉक ड्रिल में आग बुझाने का दस्ता, एंबुलेंस और माहिर डॉक्टरों की टीमें भी शामिल हुई। इस दौरान अमोनिया गैस के लीक होने और इससे कैसे बचा जाए और क्या-क्या सावधानियां बरती जाएं, इस पर प्रेजेंटेशन दी गई। इस मॉकड्रिल के जरिए प्लांट में मौजूद 135 लोगों की जान बचाने का अभ्यास किया गया।
मॉकड्रिल के दौरान अलर्टनेस के बावजूद एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड देरी से पहुंचने की वजह शहर में अलग-अलग लगने वाला ट्रैफिक जाम रहा। सिविल अस्पताल से फिरोजपुर रोड पर स्थित वेरका मिल्क प्लांट में एंबुलेंस को आने में पंद्रह मिनट की देरी हुई। इसकी मुख्य वजह फील्ड गंज और जगराओं पुल पर लगा ट्रैफिक जाम रहा। इस दौरान अधिकारियों ने पाया कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरस्त करना बेहद जरूरी है। एनडीआरएफ के कंपनी कमांडर राम लाल ने बताया कि इस मॉक ड्रिल के माध्यम से कर्मचारियों और शहर वासियों को कैमिकल इमरजेंसी के दौरान किस तरह सावधानियां बरतने, इस स्थिति में कैसे बचा जाए, आदि जानकारी देना था। इस दौरान नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स लाडोवाल और स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की टीमें मौजूद थी। लोग एंबुलेंस और फायरब्रिगेड को रास्ता जरूर दें: डीआरओ
जिला रेवेन्यू अधिकारी (डीआरओ) लुधियाना सविता ने कहा कि मॉकड्रिल के दौरान देखा किया कि इमरजेंसी में विभिन्न विभागों ने किस तरह रिस्पांस दिया और उसमें वे खरी उतरीं। उन्होंने शहर वासियों से भी अपील की कि एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को आपात स्थिति से निपटने के लिए हमेशा रास्ता दें।