भूमिहीन को सरकारी कागजों में दिखा दिया कोठी व जमीन का मालिक
सरकार द्वारा गांवों में आटा-दाल योजना के तहत सस्ता राशन लेने वाले लाभपात्रियों की जांच शुरू की हुई है ताकि योग लाभपात्री को ही सरकार की इस योजना का लाभ मिल सके। माछीवाड़ा ब्लॉक की अफसरशाही ने लक्खोवाल कलां गांव के निवासी भगत सिंह की एक रिपोर्ट तैयार की जिसके तहत उस का कहना था कि बेशक उसका आटा-दाल कार्ड बिल्कुल न बनाओ लेकिन रिपोर्ट में दर्ज कार एसी व जमीन दे दो।
संवाद सहयोगी, श्री माछीवाड़ा साहिब : सरकार द्वारा गांवों में आटा-दाल योजना के तहत सस्ता राशन लेने वाले लाभपात्रों की जांच शुरू की है। ताकि, योग्य लाभपात्री को ही सरकार की इस योजना का लाभ मिल सके। माछीवाड़ा ब्लॉक की अफसरशाही ने लक्खोवाल कलां गांव के निवासी भगत सिंह की एक रिपोर्ट तैयार की जिसके तहत उस का कहना था कि बेशक उसका आटा-दाल कार्ड बिल्कुल न बनाओ लेकिन रिपोर्ट में दर्ज कार, एसी व जमीन दे दो।
लक्खोवाल कलां के निवासी भगत सिंह ने पत्रकारों को बताया कि वह एक गरीब मजदूर है और ग्राम पंचायत सचिव ने उसके पहले अटा-दाल कार्ड की जांच दौरान एक रिपोर्ट बनाई जिसमें बताया कि उसके पास एक चार पहिया वाहन, कोठी व एसी है। यही नहीं माल विभाग के अधिकारियों की रिपोर्ट ने उन्हें तीन कनाल जमीन का मालिक बना दिया है। भगत सिंह ने आरोप लगाया कि गांव में धड़ेबंदी के कारण रंजिशन सस्ता आटा-दाल कार्ड रद्द करने के लिए यह गलत रिपोर्ट बनाई गई है। उनके पास केवल 3 मरले का पुराना घर है। बाकी कोई जमीन नहीं है। भगत सिंह ने अफसरशाही से कहा कि वह उसका नीला कार्ड न बनाए बल्कि उसे कार, एसी, जमीन और कोठी दें।
भगत सिंह ने कहा कि उन्होंने समराला के एसडीएम गीतिका सिंह को एक शिकायत दर्ज कराई है कि जो भी उसकी झूठी रिपोर्ट बनाई है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। और उसके नीले कार्ड बनाए जाएं।
इस संबंध में पंचायत सचिव रघवीर सिंह ने कहा कि वह खुद भगत सिंह के घर जाएंगें और मौका देखकर उस आधार पर रिपोर्ट बनाएंगे।