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MiG-21 Plane Crash Case: 37 घंटे की तलाश के बाद मोगा में मलबे में दबा मिला ब्लैक बाक्स

MiG-21 Plane Crash Case मोगा जिल में दो दिन पूर्व एयरफोर्स का मिग-21 विमान क्रैश हो गया था। इसमें पायलट शहीद हो गया था। अब क्रैश हुए इस विमान का ब्लैक बाक्स मिल गया है। इससे दुर्घटना के कारणों का पता चल सकेगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 23 May 2021 08:52 AM (IST)Updated: Sun, 23 May 2021 08:55 AM (IST)
MiG-21 Plane Crash Case: 37 घंटे की तलाश के बाद मोगा में मलबे में दबा मिला ब्लैक बाक्स
37 घंटे बाद मिला दुर्घटनाग्रस्त मिग-21 का ब्लैक बाक्स। जागरण

मोगा [सत्येन ओझा]। MiG-21 Plane Crash Case: वायुसेना के वीरवार की रात को दुर्घटनाग्रस्त हुए मिग-21 विमान का ब्लैक बाक्स 37 घंटे बाद शनिवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे विमान के मलबे में ही गड्ढे में नीचे दबा मिला। इसके बाद सेना के अधिकारियों ने राहत की सांस ली। ब्लैक बाक्स से ही सेना के अधिकारी उस राज को जान सकते हैं कि विमान में आखिर क्या तकनीकी खराबी आई थी, क्योंकि हादसे से पहले दो घंटे की पूरी वायस रिकार्डिंग ब्लैक बाक्स में रिकार्ड रहती है। इसके साथ ही गांव के आसपास के सीज किए गए क्षेत्र को भी सेना ने खोल दिया है। विमान के मलबे उठाने का काम अभी भी जारी है।

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गुरकंवल ने खोजा था पायलट का पार्थिव शरीर

हादसे के बाद सबसे पहले वायुसेना के जवानों ने अपने पायलट की तलाश शुरू की थी, एक घंटे में सफलता न मिलने पर उन्होंने गांव लंगेयाना नवां के सरपंच जगसीर सिंह से मदद के लिए कहा। शुक्रवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे गुरकंवल सिंह ने विमान के मलबे से करीब 500 मीटर की दूरी पर पड़े पायलट के पार्थिव शरीर को खोज निकाला।

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सरपंच ने देखी पायलट की जीवटता

सरपंच जगसीर सिंह का कहना है कि वह रात को करीब सवा 11 बजे खेतों में काम करके लौटे थे, तभी उन्होंने गांव लंगेयाना खुर्द के निकट के गांव भेखां के ऊपर आसमान में एक विमान को चक्कर काटते देखा। विमान के पिछले हिस्से में आग लगी हुई थी, दो मिनट तक विमान भेखां गांव के ऊपर चक्कर लगाता रहा, बाद में लंगेयाना खुर्द के निकट खाली खेतों में विमान को गिरते हुए उन्होंने देखा। जगसीर सिंह के अनुसार विमान के गिरते ही धमाका इतना तेज था कि दूर तक सुनाई दिया। करीब डेढ़ घंटे बाद सेना ने पहुंचकर पूरा क्षेत्र सील कर दिया था।

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मिग-21 फ्लाइंग काफिन नहीं, उम्दा एयरक्राफ्ट : होठी

मोगा में मिग-21 लड़ाकू विमान के हादसे को भारतीय वायुसेना के पूर्व एयर वाइस मार्शल एसएस होठी ने दर्दनाक बताया है। उन्होंने कहा कि मिग-21 विमान फ्लाइंग काफिन (उड़ता ताबूत) हरगिज नहीं है। मिग-21 एक उम्दा लड़ाकू विमान है, जिसे वह खुद भी लगभग 1500 घंटे तक उड़ा चुके हैं। पूर्व एयर वाइस मार्शल होठी ने कहा कि अगर मिग-21 में कोई खामी होती तो इसे कोई भी पायलट उड़ाने से इनकार कर देता। लड़ाकू विमानों के रखरखाव से कोई समझौता नहीं किया जाता है। तय मानकों के मुताबिक समय-समय पर विमान का रखरखाव होता है।

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