लुधियाना: युवाओं को रोजगार और इंडस्ट्री को ट्रेंड कर्मचारी उपलब्ध करवा रहे उपकार सिंह
उद्योगपति उपकार सिंह आहूजा सफल कारोबारी होने के साथ-साथ युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार मुहैया कराने की मुहिम में भी खास योगदान दे रहे हैं।
उद्यमी उपकार सिंह आहूजा का मानना है कि सफलता पाने के लिए सटीक प्लानिंग के साथ-साथ ईमानदारी, टीमवर्क और निर्णय लेने की क्षमता अनिवार्य है। इसके अलावा टाइम मैनेजमेंट के साथ कारोबारी, सामाजिक और हर तरह की जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वाह किया जा सकता है। उद्योगपति उपकार सिंह आहूजा सफल कारोबारी होने के साथ साथ युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार मुहैया कराने की मुहिम में भी खास योगदान दे रहे हैं।
चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स के प्रेसिडेंट की जिम्मेदारी संभाल रहे आहूजा के प्रयासों से अब तक दस हजार से अधिक युवाओं को ट्रेनिंग देकर औद्योगिक इकाईयों में एडजस्ट किया जा चुका है। खास कर ग्रामीण इलाकों के युवाओं को अपने ट्रेंनिंग सेंटर में लाकर उन्हें ट्रेंड करके इकाईयों में कामकाज दिलाने की पहल की जा रही है।
अपने शहर को शानदार बनाने की मुहिम में शामिल हों, यहां करें क्लिक और रेट करें अपनी सिटी
उनका मानना है कि अगले पांच साल में पंजाब की आर्थिक राजधानी की औद्योगिक इकाईयों में करीब दो लाख ट्रेंड युवाओं की जरूरत होगी, इसी को ध्यान में रख कर आहूजा ने अगले पांच साल में सत्रह हजार और युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार मुहैया कराने की ठानी है।
दस हजार लोगों को दिलवा चुके हैं रोजगार
लुधियाना में जन्में उपकार सिंह आहूजा ने स्नातक की शिक्षा हासिल की है। इसके अलावा उन्होंने डिजाइन मेकिंग, मैन्युफैक्चरिंग एवं बिजनेस मैनेजमेंट में कई विशेष ट्रेनिंग हासिल की है। पिछले तीस साल से वे ऑटोपार्ट्स के उत्पादन में सक्रिय हैं। इसके अलावा अब कृषि उपकरण निर्माण में भी आहूजा हाथ आजमा रहे हैं।
उनकी कंपनी न्यू स्वैन एंटरप्राइजेज हीरो मोटर कॉर्प, होंडा मोटरसाइकिल, टीवीएस, स्वराज माजदा, पियाजियो, हिंदुस्तान मोटर्स, टाटा मोटर्स, इंटरनेशनल ट्रेक्टर्स इत्यादि बड़े ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनियों को पार्ट्स सप्लाई कर रही है।
उनका विजन न्यू स्वैन ग्रुप को विश्वस्तरीय कंपनी के तौर पर स्थापित करना है। इसके लिए वे दिन रात सक्रिय रहते हैं और इनोवेशन के दम पर हर पल नया करने का प्रयास करते हैं। वे हमेशा ही ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग को तवज्जो देते हैं।
25 तरह के कोर्स से युवाओं को कर रहे हैं ट्रेंड
आहूजा मानते हैं कि ट्रेंड मैनपावर की कमी के कारण इंडस्ट्री उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। ऐसे में युवाओं खास कर ग्रामीणों को ट्रेनिंग देने की ठानी और चैंबर के बैनर तले ट्रेनिंग सेंटर खोला। उनका तर्क रहा कि पचास फीसद बच्चे दसवीं कक्षा के आगे विभिन्न कारणों ने नहीं पढ़ पाते और बेरोजगारी के साए तले जीते हैं। ऐसे बच्चों पर फोकस करके उनको इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार ट्रेनिंग दी जा रही है।
सेंटर में एक से छह माह की अवधि के 25 कोर्स कराए जा रहे हैं। इन कोर्सों में इंडस्ट्री की जरूरत के अनुसार संशोधन भी किए जाते हैं। इसके अलावा चैंबर के बैनर तले पांच जॉब फेयर लगवा कर कुल ग्यारह हजार युवाओं को इंडस्ट्री में रोजगार दिलाने के लिए प्लेटफार्म मुहैया कराया गया।
डिजिटल एक्सीलेंस सेंटर करेंगे तैयार
इनमें ज्यादातर युवा आईटीआई पास रहे। आहूजा का तर्क है कि यह पंजाब की त्रासदी है कि इंडस्ट्री को लोग नहीं मिलते और गांवों के युवा बेरोजगार घूमते हैं। इसमें चैंबर एक पुल का काम कर रहा है। युवाओं को ट्रेनिंग मुफ्त में दी जा रही है। अब ट्रेंनिंग सेंटर को आधुनिक बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसे मकेंसी टेक्नोलॉजी सेंटर गुरुग्राम की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
इसके अलावा डिजिटल के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए डिजिटल एक्सीलेंस सेंटर तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा युवाओं को ट्रेंड करने के लिए आईआईटी रोपड़ के साथ भी बातचीत की जा रही है। आहूजा का कहना है कि इन प्रयासों से जहां युवाओं को रोजगार मिलेगा, वहीं इंडस्ट्री को ट्रेंड मैनपावर।
इससे उद्योगों की क्वालिटी, कार्यकुशलता भी बढ़ेगी। उक्त प्रयासों से लुधियाना जुगाड़ एवं देसी इंडस्ट्री की छवि से बाहर निकल गया है। यहां नया बिजनेस आ रहा है और निवेश की संभावनाएं बढ़ रही हैं। अब यहां पर भी धीरे धीरे प्रोफेशनलिज्म बढ़ रहा है। आने वाले वक्त में औद्योगिक ग्रोथ में इसका फायदा अवश्य मिलेगा।
यह जिम्मेदारियां इनके कंधों पर
वे इस समय प्रेसिडेंट, चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इससे पहले स्मॉल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन रह चुके हैं। इसके अलावा वे ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल, इंडो जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडो इटॉलियन चैंबर ऑफ कामर्स, सोसाइटी ऑफ प्लास्टिक इंजीनियर, इंडो अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के सक्रिय सदस्य हैं।
- यह मिल चुके हैं अवॉर्ड
- वर्ष 2003 में प्रोडक्टिविटी एवं क्वालिटी अवॉर्ड
- वर्ष 2009 में एमएसएमई का राष्ट्रीय अवार्ड
- वर्ष 2016 में क्वालिटी प्रॉडक्ट में एमएसएमई का पहला राष्ट्रीय अवॉर्ड। इसके अलावा भी उपकार सिंह आहूजा ने कई अवॉर्ड अपने नाम किए हैं।
अपने शहर को शानदार बनाने की मुहिम में शामिल हों, यहां करें क्लिक और रेट करें अपनी सिटी