वातावरण संभाल के लिए संभव फाउंडेशन ने चार साल में लगाए चार लाख पौधे
संभव ने शहर को सुंदर बनाने के लिए कंपनियों के साथ मिलकर शहर की सत्तर से अधिक दीवारों, फ्लाईओवर पर ग्रेफिटी कराई और स्वच्छता समेत कई तरह के संदेश दिए गए हैं।
देश के चुनिंदा प्रदूषित शहरों में शुमार पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना की आबोहवा को बेहतर बनाने के लिए कई स्वयं सेवी संगठन जुटे हुए हैं। खास कर मानसून के सीजन में शहर में अधिक से अधिक पौधारोपण किया जा रहा है। इस दिशा में एनजीओ संभव फाउंडेशन की भूमिका भी अहम है। संभव ने औद्योगिक, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक समेत समाज के हर वर्ग के साथ मिल कर पिछले चार साल में करीब चार लाख पौधे लगवाए हैं, ताकि शहर में हरियाली की नई चादर बिछाई जा सके और आने वाली पीढ़ी को बेहतर वातावरण दिया जा सके।
इसके अलावा संभव ने शहर को सुंदर बनाने के लिए कंपनियों के साथ मिल कर शहर की सत्तर से अधिक दीवारों, फ्लाईओवर के पिल्लर पुलों पर ग्रेफिटी कराई, इसमें पंजाब के कल्चर, स्वच्छता समेत कई तरह के संदेश दिए गए हैं। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के साथ मिल कर घुमार मंडी में राहगिरी के जरिए लोगों को नो व्हीकल जोन में वाहन न चलाने के लिए प्रेरित किया। इतना ही नहीं नगर कीर्तन, धार्मिक शोभा यात्रा इत्यादि के वक्त संभव के कार्यकर्ता सड़कों की सफाई का जिम्मा लेते हैं। इसके अलावा हाल ही में बुड्ढे नाले को नया रूप देने के मकसद से निकाली गई रन फॉर फ्रीडम के लिए भी संभव ने भरपूर सहयोग दिया। लोगों में ट्रैफिक के प्रति जागरूकता के लिए भी संभव लगातार प्रयासरत है। सेमिनारों के जरिए बच्चों एवं युवाओं को इस बाबत प्रेरित किया जा रहा है।
संगठन औद्योगिक ट्रेनिंग के जरिए उद्यमियों एवं माहिरों को वैल्यू एडिशन के गुर भी बता रहा है। ताकि इस दिशा में उद्योग को मोड़ कर अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके। संगठन के प्रवक्ता शोभन सोई ने कहा कि संगठन का एक ही मकसद है कि सभी के सहयोग से शहर को सुंदर और रहने की बेहतर सुविधाओं वाला बनाया जाए। इसमें लोगों का भी अच्छा सहयोग मिल रहा है। शोभन ने कहा कि 2014 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने वोटरों को उनके वोट के अधिकार के बारे में जागरूक किया और लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
शोभन बताते हैं कि स्मार्ट सिटी के तहत घुमार मंडी को व्हीकल फ्री जोन बनाने की योजना है। इसके तहत संभव फाउंडेशन ने घुमार मंडी में राहगिरी करवा कर लोगों को जागरूक किया। अब अक्तूबर से फिर घुमार मंडी में ही राहगिरी शुरू की जा रही है। इस दौरान रात के वक्त नाइट फूड स्ट्रीट लगाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है। इससे शहर की नाइट को नया लुक मिलेगा, दूसरे लोग नो व्हीकल जोन में वाहन के बिना चलने के लिए प्रेरित होंगे। शोभन ने कहा कि सर्दियों में खास कर धुंध के मौसम में विजिबिलिटी कम होने के कारण दुर्घटनाएं होने से कई कीमती जाने चली जाती हैं। पिछली सर्दी में संभव ने साइकिल, ट्रैक्टर ट्राली के अलावा आवारा पशुओं के सींघ पर करीब दस हजार रिफ्लेक्टर लगवाए। अब फिर से सर्दी सीजन में इस अभियान को चलाया जाएगा। ताकि दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।