बारिश ने फेरा पानी, कई प्वाइटों पर सेग्रीगेशन सिस्टम बंद
महानगर में डेडलाइन के भीतर कूड़ा सेग्रीगेशन पूरी तरह लागू करने में नगर निगम विफल रहा है।
जासं, लुधियाना : महानगर में डेडलाइन के भीतर कूड़ा सेग्रीगेशन पूरी तरह लागू करने में नगर निगम विफल रहा है। इसमें संसाधनों की कमी, कूड़ा कलेक्टरों की ओर से सेग्रीगेशन किया कूड़ा न लेना ही मुख्य वजह हैं। पर अब तो बारिश ने भी खलल डाल दिया है। करीब आठ प्वाइंटों पर सेग्रीगेशन सिस्टम ही बंद हो गया है।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को निगम ने 31 जुलाई तक शहर में कूड़ा सेग्रीगेशन सिस्टम लागू करने की बात कही थी। निगम अफसरों के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हुए और कूड़ा सेग्रीगेशन 30 फीसद तक ही हो सका। निगम अफसर इसे आगे बढ़ाते, तब तक शहर में झमाझम बरसात होने लगी। निगम की आस अब शहर में लगने वाले स्टेटिक कंपेक्टरों पर टिकी है। स्टेटिक कंपेक्टर अगर लगने का रास्ता अगर जल्दी साफ नहीं हुआ तो एक बार फिर वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम की वजह स्वच्छता सर्वेक्षण में फिर लुधियाना का स्थान लुढ़क सकता है।
निगम ने गीला कूड़ा और सूखा कूड़ा अलग अलग रखने के लिए सेकेंडरी कूड़ा डंपों को दो हिस्सों में बांट दिया था। निगम अफसरों ने जब सख्ती दिखाई तो कूड़ा कलेक्टरों ने गीला कूड़ा व सूखा कूड़ा अलग अलग फेंकना शुरू कर दिया था। पर लेकिन एक अगस्त से हो रही बारिश के कारण सेकेंडरी डंपों पर खुले में डाला गया सूखा कूड़ा भी गीला हो जाता है। इस वजह से सेग्रीगेशन का फायदा नहीं हो रहा। वहीं अब कूड़ा कलेक्टरों ने भी फिर से पुराने ढर्रे पर काम करना शुरू कर दिया। वह बिना सेग्रीगेशन के ही सेकेंडरी डंपों पर कूड़ा डाल रहे हैं। यहां तक कि एटूजेड कंपनी भी सेकेंडरी डंप से मिक्स कूड़ा ही लिफ्ट कर रही है। सेंकेंडरी डंप कवर न होने की वजह से निगम अफसर कूड़ा कलेक्टरों पर सेग्रीगेशन न होने से कार्रवाई भी नहीं कर पा रहे।
शहर में लगने हैं स्टेटिक कंपेक्टर, मिल चुकी है मंजूरी
नगर निगम को अब शहर में लगने वाले स्टेटिक कंपेक्टर का इंतजार है। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की तरफ से आठ स्टेटिक कंपेक्टर लगाने का रास्ता साफ हो चुका है और कुछ पर तो काम भी शुरू हो गया। स्मार्ट सिटी के तहत लगने वाले 21 स्टेटिक कंपेक्टरों को स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिग में हरी झंडी मिल चुकी है। मेयर बलकार सिंह संधू ने खुद बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में सबसे पहले स्टेटिक कंपेक्टरों को मंजूरी देने की वकालत की थी। निगम अफसरों को उम्मीद है कि जल्दी ही शहर में स्टेटिक कंपेक्टर लग जाएंगे। अफसरों ने सेकेंडरी डंपों पर कंपेक्टर लगाने के लिए जगह देखनी शुरू कर दी। निगम अफसरों का दावा है कि स्टेटिक कंपेक्टर लगने के बाद सेकेंडरी डंपों पर खुले में कूड़ा नहीं दिखेगा। कोट्स
कूड़ा सेग्रीगेशन पर हमारा पूरा फोकस है। हमारे दस से ज्यादा सेकेंडरी डंप ऐसे हैं जिन पर सेग्रीगेशन 90 फीसद से ज्यादा हो रहा है। कुछ डंपों पर दिक्कत आ रही है। दरअसल बारिश की वजह से कुछ समस्या हुई हैं। हमारे सेनेटरी इंस्पेक्टर पूरे प्रयास में जुटे हैं। स्टेटिक कंपेक्टर जल्दी ही लगने वाले हैं। इससे कूड़ा प्रबंधन में आसानी रहेगी।
-नीरज जैन, जोनल कमिश्नर व इंचार्ज सेहत ब्रांच नगर निगम