वर्ल्ड बैंक से मिले तमगे पर बिजनेस मैन बोले, समझ से परे है रिपोर्ट
मुनीश शर्मा, लुधियाना वर्ल्ड बैंक ने ईजी ऑफ डूइंग बिजनेस रैकिंग में पंजाब की आर्थिक राजधा
मुनीश शर्मा, लुधियाना
वर्ल्ड बैंक ने ईजी ऑफ डूइंग बिजनेस रैकिंग में पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना को भारत में बिजनेस के लिहाज से नंबर एक का दर्जा दिया है, लेकिन यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति, सड़कों के हालात, फोकल प्वाइंटो में सुविधाओं का टोटा कुछ और ही बयां करता है। ऐसे में कई उद्यमियों ने तो इसे मजाक करार देते हुए रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल साइट्स पर फोकल प्वाइंटों की दयनीय हालत को लेकर फोटो और कमेंटिंग का दौर जारी है। फोपसिया अध्यक्ष बदीश जिंदल ने विश्व बैंक की रिपोर्ट को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि यह रिपोर्ट जीएसटी प्रक्रिया शुरू होने से पहले की है और इसमें रिसेशन और विमुद्रीकरण के विषयों को भी नहीं छुआ गया है। देश की अर्थ व्यवस्था के लिए ये शर्म की बात है की दक्षिण एशिया के आठ देशों में व्यापार शुरू करने की प्रक्रिया में भारत आठवें नंबर पर है। उद्योगों में निर्माण संबंधी प्रक्रिया की अनुमति लेने में सातवें नंबर पर है। विदेश व्यापार की बात करें, तो भारत 143 वे पायदान से 146 वें पर आ गया है। जी-13 के कनवीनर उमेश कुमार नारंग के मुताबिक इस तरह की रैकिंग पर हमें हैरानी है। जिस शहर में रोजाना एयरपोर्ट पर फ्लाइट रद हो जाती है और औद्योगिक इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर कुछ नहीं है। उस शहर को बिजनेस में नंबर एक का तमगा समझ से परे हैं। निटवियर क्लब के चेयरमैन विनोद थापर के मुताबिक हमारी समझ से परे है कि यह खिताब कैसे मिला है। हमें सबसे बुरे इंफ्रास्ट्रक्चर में काम कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर चर्चाएं
फेसबुक, वाट्सएप एवं ट्विटर पर रोजाना लुधियाना के नंबर वन घोषित किए जाने पर तरह-तरह के चुटकले और कॉमेंट्स जारी है। इसको लेकर उद्योगपति हल्के फुल्के अंदाज में चर्चा कर रहे हैं। वहीं वाट्सएप ग्रुप में इंडस्ट्रियल इलाकों की दयनीय हालात के फोटो अहम चर्चा में है।
लुधियाना को व्यापार करने के लिए भारत में सबसे अव्वल कहा गया है। कितने लुधियानवी इससे सहमत हैं। अगर यह सही है तो सोचें भारत के अन्य शहर के कितने बुरे हालात होंगे। यानि की अंधों में काना राजा वाली स्थिति है।
संदीप जैन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, मोंटेकार्लो
अच्छी खबर, लुधियाना बिजनेस करने के लिए नंबर एक। यकीन ही उठ गया।
रणजोध सिंह, एमडी, जीएस ऑटो लिमिटेड
लुधियाना की इंडस्ट्री ने जो किया अपने बलबूते और मेहनत से किया। इस तरह के सर्वे से पता लगता है कि अधिकारी किस तरह बिना ग्राउंड रिपोर्ट घर बैठे ही रिपोर्ट तैयार कर देते हैं।
रजत सूद, एमडी, ओरियंटल डाइंग