स्वच्छता रैंकिंग में लुधियाना ने लगाई तीन पायदान की छलांग
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने शहरों की स्व'छता रैंकिंग की सूची जारी कर दी। सूची में लुधियाना ने पिछले साल की तुलना में तीन पायदान ऊपर चढ़कर 137 वां स्थान हासिल किया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने शहरों की स्वच्छता रैंकिंग की सूची जारी कर दी। सूची में लुधियाना ने पिछले साल की तुलना में तीन पायदान ऊपर चढ़कर 137 वां स्थान हासिल किया। रैंकिंग में यह सुधार नगर निगम की तरफ से ऑनलाइन शिकायतों का निवारण करने और बेहतर पब्लिक रिस्पांस से मिला। यही नहीं इस बार जनरल क्लीननेस में भी शहर ने बेहतर प्रदर्शन किया। वहीं अगर खुले में शौचमुक्त को लेकर ठोस कदम उठाए जाते तो रैंकिंग में और भी बेहतर परिणाम हो सकते थे। लुधियाना पंजाब में बठिंडा और मोहाली के बाद तीसरे स्थान पर है। 2017 में स्वच्छता रैंकिंग में लुधियाना 140 वें पायदान पर था। पिछले साल लोगों की भागीदारी कम रही थी। इस बार निगम ने लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया, जिसके लिए निगम अफसरों ने जागरूकता कैंप के साथ साथ स्कूल-कॉलेजों में सेमिनार करवाए। इस साल निगम ने 32 हजार से ज्यादा लोगों से स्वच्छता एप डाउनलोड करवाया। यही नहीं निगम ने लोगों को ऑनलाइन शिकायत करने के लिए भी प्रेरित किया और ज्यादा से ज्यादा लोगों की समस्याओं का समाधान किया। जानकारी के मुताबिक निगम ने 100 फीसद ऑनलाइन शिकायतों पर लोगों को रिस्पांस दिया, जिसमें से करीब 90 फीसद शिकायतों का समाधान किया गया। इसके अलावा जनरल क्लीननेस में भी इस बार सुधार हुआ है। निगम कमिश्नर जसकिरन सिंह ने बताया कि इस बार अफसरों व कर्मचारियों ने काफी मेहनत की और शहरवासियों ने भी अच्छा रिस्पास दिया, लेकिन कुछ पहलू अभी भी ऐसे हैं जिनमें हमें अच्छा करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अगली बार यह रैंकिंग निश्चित तौर पर और भी बेहतर होगी। 25 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में बेहतर
25 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की बात करें तो लुधियाना की स्थिति काफी बेहतर है। निगम कमिश्नर जसकिरन सिंह ने बताया कि 25 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहर में लुधियाना उत्तर भारत में चौथे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि पंजाब में बठिंडा और मोहाली ही लुधियाना से आगे हैं। अगर जनसंख्या के हिसाब से देखें तो लुधियाना के सामने दोनों शहर कहीं भी नहीं ठहरते। 434 में 140 पर थे अब 4000 में से 137 पर
वर्ष 2017 में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने 434 शहरों की रैंकिंग की थी, जिसमें लुधियाना 140वें नंबर पर था। इस बार मंत्रालय ने रैंकिंग में 4000 से अधिक शहर शामिल किए थे। कमिश्नर का कहना है कि इस बार कंपटिशन ज्यादा मुश्किल था फिर भी रैंकिंग में सुधार हुआ है यह भी संतोषजनक बात है। अगले साल की तैयारी में जुटा निगम
नगर निगम को इस बार किस-किस क्षेत्र में कम अंक मिले हैं उनको प्वाइंट आउट कर दिया है। कमिश्नर ने बताया कि इस बार खुले में शौच के मामले में शहर को कुछ कम अंक मिले हैं। इसके अलावा कूड़ा प्रबंधन को लेकर भी कम अंक मिले। इसके लिए अब शहर में मोबाइल टॉयलेट स्थापित किए जा रहे हैं। इसके अलावा कूड़ा प्रबंधन के लिए स्टेटिक कंपेक्टर लगाए जा रहे हैं। कमिश्नर ने कहा कि इसके अलावा अन्य तथ्यों पर भी विचार किया जाएगा। ताकि अगले सर्वेक्षण में शहर की रैंकिंग में सुधार हो सके। कोट्स
शहर की रैंकिंग में सुधार हुआ है। यह खुशी की बात है, लेकिन इस पर हम संतुष्ट नहीं हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को आगे लाना हमारा लक्ष्य है। मेरी शहरवासियों से अपील है कि वह इसमें अपनी भागेदारी रखें ताकि शहर को साफ सुथरा बनाया जा सके।
बलकार सिंह संधू, मेयर, नगर निगम लुधियाना