लुधियाना में अकाली दल को लगेगा बड़ा झटका! शिअद के बड़े नेता मदन लाल बग्गा थामेंगे AAP का दामन
लुधियाना की राजनीति में बड़ा उल्टफेर हाेने के आसार है। शिअद के बड़े नेता मदन लाल बग्गा आप में शामिल हाे सकते हैं। पार्टी में शामिल करवाने के लिए चंडीगढ़ से आप की प्रदेश कमेटी के पदाधिकारी आएंगे।
लुधियाना, [भूपेंदर सिंह भाटिया]। अकाली दल के बड़े नेताओं में से एक मदन लाल बग्गा (Madan Lal Bagga) फिर पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं। बताया जाता है कि उनकी अगली पारी आम आदमी पार्टी से होगी। यह पहला अवसर नहीं है, जब व्यापारी वर्ग में पैठ रखने वाले बग्गा ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। इससे पहले उन्होंने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी थी। पिछले विधानसभा चुनाव में लुधियाना उत्तरी से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं। बग्गा की बाद में शिअद में वापसी हुई थी। उल्लेखनीय है कि एक महीना पहले दैनिक जागरण ने बग्गा के अन्य दल में जाने की संभावना जताई थी।
रविवार को लुधियाना में एक समारोह में मदन लाल बग्गा आप में शामिल होंगे। बग्गा काे पार्टी में शामिल करवाने के लिए चंडीगढ़ से आम आदमी पार्टी की प्रदेश कमेटी के पदाधिकारी आएंगे। यदि बग्गा आप से जुड़ते हैं तो लुधियाना जिले में चंद दिनों में दूसरा कामयाब निशाना होगा। इससे पहले दलजीत सिंह भोला ग्रेवाल कांग्रेस को अलविदा कहकर आप में शामिल हुए थे। भाेला काे चंडीगढ़ में आप प्रदेश प्रधान भगवंत सिंह मान ने पार्टी में शामिल करवाया था। भोला की ज्वाइनिंग के अगले दिन ही बग्गा ने भी आप ज्वाइन करनी थी, लेकिन बड़े नेता उपलब्ध नहीं होने के कारण उनका कार्यक्रम थोड़े दिनों के लिए स्थगित हो गया था। रविवार को जालंधर बाईपास के पास एक समारोह में आप नेताओं की मौजूदगी में बग्गा आप में शामिल हाे सकते हैं।
आखिर क्यों दोबारा छोड़ रहे हैं पार्टी?
मदन लाल बग्गा को एक समय अकाली दल में पूरा सम्मान दिया था। सुखबीर बादल ने उन्हें राज्यमंत्री के बराबर ट्रेडर्स बोर्ड का चेयरमैन बनाया था। पिछले विधानसभा चुनाव में बग्गा की लुधियाना उत्तर से टिकट की दावेदारी थी, लेकिन अकाली-भाजपा गठबंधन के कारण यह सीट भाजपा के खाते में थी। इस कारण बग्गा ने पार्टी छोड़कर आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उनके चुनाव मैदान में उतरने से कांग्रेस नेता राकेश पांडे को जरूर जीत मिल गई थी। अब शिअद-भाजपा गठबंधन टूटने से बग्गा को उम्मीद थी कि इस बार उन्हें पार्टी की टिकट जरूर मिलेगी। हालांकि शिअद-बसपा का गठबंधन होने और यह सीट बसपा के खाते में जाने से बग्गा को फिर झटका लगा है। इस कारण बग्गा फिर पार्टी छोड़कर आप में शामिल हो रहे हैं। संभावना है कि आम आदमी पार्टी उन्हें लुधियाना उत्तर से चुनाव मैदान में उतारेगी।
दैनिक जागरण ने एक महीने पहले ही जता दिया था अंदेशा
दैनिक जागरण ने एक महीने पहले ही अंदेशा जता दिया था कि मदनलाल आप में शामिल हाे सकते हैं। वरिष्ठ शिअद नेताओं को गठबंधन में यह सीट बसपा के खाते में जाने की आशंका थी। ऐसे में बग्गा ने पहले ही आप नेताओं के साथ संपर्क साध लिया था। चंडीगढ़ में आप के वरिष्ठ नेता के साथ वह बैठक भी कर चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने लुधियाना नार्थ से अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा था। इस बार शिअद नेता मायूस हैं और आप को हलके में अपनी सियासी जमीन की तलाश है। ऐसे में सियासी समीकरण भी इस बदलाव की ओर इशारा कर रहे हैं कि शिअद नेता बग्गा आप में जा सकते हैं।