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चींटियों की तरह रेंगे वाहन, पुलिस के अधूरे प्रबंधों के कारण पांच घंटे तक परेशान रहे लोग

शहर के फिरोजपुर रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा के घेराव के किसानों के तयशुदा प्रोग्राम के दौरान पुलिस के आधे-अधूरे प्रबंधों के बीच हजार लोग पांच घंटे तक परेशान हुए।

By Edited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 02:08 PM (IST)
चींटियों की तरह रेंगे वाहन, पुलिस के अधूरे प्रबंधों के कारण पांच घंटे तक परेशान रहे लोग
चींटियों की तरह रेंगे वाहन, पुलिस के अधूरे प्रबंधों के कारण पांच घंटे तक परेशान रहे लोग

जागरण संवाददाता, लुधियाना : शहर के फिरोजपुर रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा के घेराव के किसानों के तयशुदा प्रोग्राम के दौरान पुलिस के आधे-अधूरे प्रबंधों के बीच हजार लोग पांच घंटे तक परेशान हुए। किसानों ने सुबह बारह बजे से चार बजे तक फिरोजपुर नेशनल हाईवे जाम किए रखा। इससे भाईवाला चौक से लेकर पाम होटल तक चार किलोमीटर का जाम लग गया। पुलिस ने आनन-फानन में चार जगहों पर डायवर्जन तो दिया, मगर इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ। यह रोड लुधियाना के जरिए मालवा को चंडीगढ़ और दिल्ली से जोड़ती है। इस कारण यहां से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। जाम रहने के कारण यहां पर हालात बद से बदतर हो गए। कई जगहों पर लोग गाड़ी आगे निकालने को झगड़ा भी करते रहे। लुधियाना से फिरोजपुर रोड से फरीदकोट, फिरोजपुर के साथ-साथ गंगानगर और दूसरे राज्यों को जाने का रास्ता है। पुलिस की ओर से भारत नगर चौक से, बाद में भाईवाला चौक, पीएयू के सामने और पाम होटल के सामने से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया था, लेकिन इसके बावजूद रोड पर लंबा जाम लगा रहा। जिस रोड पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया था, उस पर ट्रैफिक चलाने का कोई प्रबंध नहीं था, जिस कारण वहां भी कई कई घंटे गाड़ियां नहीं चल पाई। गौर हो कि किसानों की सात जत्थेबंदियों से जुडे़ पंद्रह सौ से अधिक किसान चार दिनों से अयाली चौक कार बाजार मार्केट में डेरा लगाकर बैठे हैं। वे अपने साथ खाने-पीने के तमाम बंदोबस्त के साथ आए हैं। आसपास के गांवों के किसानों की ओर से भी इनकी जरूरत का सामान पहुंचाया जा रहा हैं।

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जत्थेबंदी के नेताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगे मान नहीं ली जाती, तब तक वह यहां से नहीं हिलने वाले। लोग झगड़ते रहे पुलिस मूकदर्शक जाम में फंसे लोग एक दूसरे से गाड़ियां हटाने को लेकर झगड़ते रहे, लेकिन वहां पुलिस का कोई प्रबंध नहीं था। हालात यह हो गए कि एक महिला को धरने वाली जगह पर खुद पहुंचकर वहां मौजूद ए्रडीसीपी गुरप्रीत पूरेवाल और दूसरे अधिकारियों से कहना पड़ा कि उनकी गाड़ी फंस गई है। बच्चे रो रहे हैं। कृपया मदद करें, जिसके बाद वहां से दो मुलाजिम भेज कर उसकी गाड़ी निकलवाई गई।


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