माता पिता का आदर भगवान का आदर:- अचल मुनि
श्रमण संघीय सलाहकार भीष्म पितामह तपस्वी रत्न गुरुदेव सुमित प्रकाश मुनि म. सा. के सुशिष्य अचल मुनि व भरत मुनि एसएस जैन स्थानक शिवपुरी में विराजमान है। रविवार को गुरुदेवों के सानिध्य में माता-पितृ दिवस समारोह का आयोजन हुआ।
संस, लुधियाना : श्रमण संघीय सलाहकार भीष्म पितामह, तपस्वी रत्न गुरुदेव सुमित प्रकाश मुनि म. सा. के सुशिष्य अचल मुनि व भरत मुनि एसएस जैन स्थानक शिवपुरी में विराजमान है। रविवार को गुरुदेवों के सानिध्य में माता-पितृ दिवस समारोह का आयोजन हुआ।
आयोजित सभा में गुरुदेव अचल मुनि ने कहा कि माता-पिता का आदर भगवान का आदर है, जिसने माता पिता की सेवा कर ली, उसने गुरुओं व भगवान की सेवा कर ली। माता-पिता का देना इस दुनिया में कोई नहीं चुका सकता है, लेकिन आधुनिक युग की दौड़ भरी जिदगी के पीछे भागते हुए हम अपने माता-पिता को भूलते जा रहे है। जिसने हमें पाला, बड़ा किया और समाज में स्थान दिया, उसको हम भूलते जा रहे है। माता-पिता का दर्जा तो भगवान से भी ऊपर है। इसलिए सबसे पहले माता-पिता बच्चों को भी धर्म के प्रति, समाज के प्रति अच्छे संस्कार दें, ताकि वह आने वाले समय में अपने से बड़ों का आदर, सम्मान कर सकें।
दूसरी ओर बच्चों को भी अपने माता-पिता के बताएं मार्ग पर चल कर आगे बढ़ना चाहिए। उनके अनुभव ही आपके जिदगी की सफलता की सीढ़ी है, जिसने माता-पिता का सम्मान कर लिया, उसने सभी को तर लिया। इसलिए सबसे पहले प्रात उठते भगवान से पहले अपने माता पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद ले। उनका आशीर्वाद भगवन का आशीर्वाद होगा, जिससे आपको हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि जिदगी में रुपये तो मिल जाएंगे, माता पिता नहीं मिलेंगे। इसलिए उनका सम्मान करे, दूसरों को प्रेरित करे। इस अवसर पर साहित्य रत्न डा. मुलख राज जैन, अध्यक्ष विनीत जैन, महामंत्री राजीव जैन सहित, सतीश जैन पब्बी, कोषाध्यक्ष कुलदीप जैन आदि महिला मंडल, वर्धमान युवक मंडल, युवती मंडल व समस्त पदाधिकारिणी शामिल थे।